भुईमाड़(ईन्यूज एमपी)-- विगत दिनों भगवती मानव कल्याण संगठन के सीधी जिला प्रभारी व पूर्व जिलाध्यक्ष स्व.सनत कुमार त्रिपाठी जी का निधन हो गया था, जिनके आत्मा की शांति के लिए भगवती मानव कल्याण संगठन शाखा तहसील कुशमी के भुईमाड़ क्षेत्र के कार्यकर्ताओं द्वारा भुईमाड़ के आजाद नगर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था,जिसमें उनकों याद करते हुए सभी की आंखें नम हो गई और सभी ने उनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी, इस मौके पर वृजलाल पनिका के द्वारा कहा गया कि दें कि सनत कुमार त्रिपाठी का व्यतिगत जीवन समाज कल्याण की दिशा में,धर्म रक्षा, राष्ट्र रक्षा एवं मानवता की सेवा के लिए पूरी तरह समर्पित रहा है, उनके द्वारा भगवती मानव कल्याण संगठन बतौर एक सामान्य कार्यकर्ता पद का निर्वहन करते हुए संगठन द्वारा चलाए गए नशामुक्ति अभियान के तहत गांव गांव बिक रही अवैध शराब की धड़ पकड़ संगठन कार्यकर्ताओं के साथ प्रशासन के सहयोग से पूरे जिले में क्रांति लाई गई थी, एवं जिले में संगठन को मजबूती प्रदान करने में त्रिपाठी जी की महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं, श्री त्रिपाठी जी जब से पूज्य गुरुदेव जी के विचार चिंतन से जुड़े उन्होंने मानव सेवा को ही अपना लक्ष्य बनाया था और एक समय ऐसा भी आया जब सीधी जिले के बडे बडे माफिया त्रिपाठी जी के नाम से ही खौफ खाते थे भगवती मानव कल्याण संगठन द्वारा चलाए जा रहे हैं नशा विरोधी अभियान को प्रारंभ करने में इनकी अग्रणी भूमिका रही है। जब सीधी जिले में अध्यक्ष पद का उत्तरदायित्व था तब सीधी जिले का नाम सबसे पहले आता था, गुरूदेव जी के द्वारा नशा मुक्ति अभियान को व्यापक तरीके से चलाया गया, जिसका परिणाम रहा कि सीधी जिले के हजारों लोगों ने नशा छोड़ा है जो उनके परिवारों के लिए किसी देवदूत से कम नहीं थे आज नशे के कारण कितने परिवार उजड़ रहे हैं उससे बचाने में त्रिपाठी जी ने अहम भूमिका निभाई थी।मानव का जीवन जितने दिन का भी हो वह सार्थक हो और यादगार हो लंबी उम्र तो अनेकों जीते हैं लेकिन अगर यह मानव जीवन समाज कल्याण में उपयोग ना आए तो किस काम का इस बात को सार्थक कर अपने कार्यों से समाज को प्रेरणा देकर हम सब को आगे की जिम्मेदारी को सौंप कर त्रिपाठी जी आगे की यात्रा में चले गये। इस मौके पर राजू प्रसाद पनिका,कुंजलाल पनिका, सीताराम साहू, सुजीत सिंह,जमुना विश्वकर्मा, बुधनी देवी साहू, वृजलाल पनिका सहित अन्य कई लोग उपस्थित रहे।