मुम्बई(ईन्यूज़ एमपी) - चक्रवाती तूफान ताऊ ते गुजरात में कमजोर होकर आगे बढ़ गया है। लेकिन इससे पहले इसने मुंबई समेत महाराष्ट्र के तटवर्ती जिलों में काफी तबाही मचाई। इस बीच मुंबई के समुद्र में फंसे 4 जहाजों पर सवार 713 लोगों में से 620 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। इसमें से ONGC का एक बार्ज P305 डूब गया है, जिस पर सवार 75 ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। नेवी ने बताया कि अब तक 14 शव बरामद किए गए हैं और इस जहाज पर से 184 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। मुंबई से 175 किमी दूर हीरा फील्ड्स में बार्ज P305 पर रेस्क्यू सोमवार शाम 5 बजे से जारी है। इस पर सबसे ज्यादा 273 लोग सवार थे। इस जहाज के चालक दल और अन्य लोगों को निकालने में INS कोलकाता और INS कोच्चि जुटे हुए हैं। डिफेंस प्रवक्ता कमांडर मेहुल कार्णिक ने बताया, 'P305 से 180 लोगों को बचा लिया गया है। सोमवार रात 7 बजे यह जहाज डूब गया था। हम बाकी लोगों की तलाश कर रहे हैं। एक दूसरे जहाज बार्ज GAL कंस्ट्रक्टर पर 137 लोग सवार थे। इन सभी लोगों को मंगलवार देर शाम तक रेस्क्यू कर लिया गया था। जहाज को भी सुरक्षित निकाल लिया लिया गया है। डिफेंस प्रवक्ता ने बताया कि GAL कंस्ट्रक्टर, कोलावा पॉइंट से 48 नॉटिकल मील उत्तर की ओर फंसा था। यहां बचाव के लिए इमरजेंसी नौका वाटर लिली भेजी गई थी। इसके अलावा बाकी दोनों जहाजों यानी बार्ज SS-3 और सागर भूषण पर सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। SS-3 पर सवार 202 लोगों को अभी भी शिप पर ही रखा गया है। वहीं सागर भूषण के सभी 101 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन में 10 जहाजों ने हिस्सा लिया सोमवार दोपहर से शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना और तटरक्षक बल के 10 जहाजों ने हिस्सा लिया। INS शिकारा के कैप्टन डीएस पुरोहित ने कहा कि मंगलवार को मौसम साफ होते ही दो विमान और चार हेलिकॉप्टर भी तलाशी अभियान में शामिल हो गए। एक आपातकालीन पोत को भी रेस्क्यू में लगाया गया था। चार दशक का सबसे मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन पश्चिमी नौसेना कमान के वाइस एडमिरल एम एस पवार ने कहा, 'पिछले 4 दशकों में हमने जितने भी राहत और बचाव कार्य देखे हैं, उनमें यह सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण है।मुंबई से 60 किमी की दूरी पर बार्ज P305 डूब गया। उसमें सवाल लोगों को रेस्क्यू करने में 4 INS शामिल रहे।