भोपाल(ईन्यूज एमपी)मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भाजपा के विधायक प्रशिक्षण वर्ग को फ्लॉप बताया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा, महाकाल की नगरी उज्जैन में आयोजित भाजपा के दो दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में भाजपा का संगठन भले ही 126 विधायकों के आने का दावा कर रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि 50 से अधिक विधायकों ने इससे दूरी बनाई। खासतौर पर विंध्य और महाकौशल क्षेत्र के बड़ी संख्या में विधायक अपने क्षेत्र की उपेक्षा के कारण इससे दूर रहे। मध्यप्रदेश की भाजपा अब वीडी शर्मा की 'न्यू भाजपा' बन चुकी है, जिसे वह प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चला रहे हैं। पहली बार भाजपा के किसी वर्ग में वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार किया गया। उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया। उमा भारती, विक्रम वर्मा, सुमित्रा महाजन, कृष्ण मुरारी मोघे जैसे कई वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा की गई। उन्हें आमंत्रित तक नहीं किया गया, जबकि आमतौर से भाजपा के हर वर्ग में सभी वरिष्ठ नेताओं को सम्मान देकर विशेष रूप से आमंत्रित किया जाता है। वर्तमान भाजपा संगठन की कार्यशैली से कई वरिष्ठ नेता नाखुश हैं, कई विधायक नाखुश हैं। इसलिए उन्होंने इस प्रशिक्षण वर्ग से दूरी बनाई। आश्चर्य है, प्रशिक्षण वर्ग में बिकाऊ विधायक तो शामिल हुए, लेकिन टिकाऊ गायब रहे। ऐसा लग रहा था कि बिकाऊ को प्रशिक्षण देने के लिए इस वर्ग का आयोजन किया गया है। इससे लगता है कि भाजपा में टिकाऊ और बिकाऊ में संघर्ष चल रहा है। शर्म की बात है, दिल्ली की सीमाओं पर 75 दिन से अधिक से चल रहे किसान आंदोलन को लेकर इस वर्ग में चर्चा नहीं की गई। 220 से अधिक किसानों की मौत को लेकर शोक संवेदना या शोक प्रस्ताव भी पारित नहीं किया गया। भाजपा का यह प्रशिक्षण शिविर सिर्फ नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों तक ही सीमित रहा। इसे उज्जैन में आयोजित करने के पीछे पिछले विधानसभा चुनाव में मालवा में हुई भाजपा की करारी हार वास्तविक कारण है।