ग्वालियर(ईन्यूज़ एमपी) लोकायुक्त की टीम ने डबरा तहसील के नायब तहसीलदार के रीडर को किसान से 3 हजार स्र्पए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त की टीम ने रीडर को गिरफ्तार कर लिया। जब रीडर के हाथ पानी से धुलवाए तो उसके हाथ लाल भी हो गए। टीम रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों रीडर को पकड़ने के बाद अपनी कागजी खानापूर्ति करने में लगी हुई थी। डबरा तहसील के छीमक वृत्त के गांव गोबरा निवासी उदयभान सिंह रावत अपनी जमीन का नामांतरण कराने के लिए तहसील के लगातार चक्कर लगा रहा था। लेकिन तहसील में नायब तहसीलदार के रीडर सहायक ग्रेड 3 ओमप्रकाश शर्मा उसे लगातार टाल रहा था। बाद में ओमप्रकाश ने नामांतरण करने के बदले तीन हजार स्र्पए की रिश्वत की मांग उदयभान से की। इसके बाद उदयभान सिंह लोकायुक्त टीम के पास पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। लोकायुक्त ने उदयभान को रिकार्डर दिया और रीडर से रिश्वत लेने की बातचीत की रिकार्डिंग कराई और स्र्पए देने का दिन व समय फिक्स किया। गुस्र्वार को जब रीडर ओमप्रकाश तहसील में ही था तो पहले उदयभान लोकायुक्त टीम द्वारा रंग लगे हुए नोट लेकर ओमप्रकाश के पास पहुंचा। उदयभान ने ओमप्रकाश को स्र्पए दिए। जैसे ही ओमप्रकाश ने स्र्पए लेकर जेब में रखे। वैसे ही लोकायुक्त टीम ने उसे दबोच लिया और उसके हाथ धुलाए। तब उसके हाथ लाल हो गए। साथ ही जिस जेब में उसने स्र्पए रखे थे। वहां से स्र्पए भी लोकायुक्त टीम ने जब्त कर लिए। स्र्पयों पर लोकायुक्त टीम के हस्ताक्षर भी थे। इसके बाद टीम ने रीडर ओमप्रकाश को हिरासत में ले लिया और कागजी कार्रवाई शुरू कर दी।