डिंडोरी - जिलें में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत स्कूलों में शौचालयों का निर्माण किया गया है। कलेक्टर श्रीमती छवि भारद्वाज द्वारा गत दिवस प्राथमिक शाला मझगॉव में बने शौचालय का निरीक्षण किया गया। शौचालय का निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन पाया गया। इस संबंध में शिक्षक ने बताया कि उपयंत्री सर्वशिक्षा अभियान श्री एस.एस सेन ने सीमेन्ट एवं गिट्टी प्रदाय करने के लिए एक फर्म के नाम पर 40 हजार रूपये का चेक जारी करने के लिए मौखिक रूप से कहा। लेकिन चेक जारी होने के बावजूद भी फर्म के द्वारा प्राथमिक शाला को कोई भी समाग्री प्रदान नही की गई। जब उपयंत्री श्री एस.एस. सेन से शौचालय निर्माण के लिए समाग्री प्रदाय करने को कहा गया तो उन्होने कहा कि अब आपके पास जितनी राशि बची है उसी से शौचालय का निर्माण करों। शिक्षक ने बताया कि इस शौचालय का निर्माण मात्र 60 हजार रूपये में ही किया गया है। जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी ने बताया कि उपयंत्री श्री एस.एस. सेन के द्वारा निर्माण कराए गए शौचालय की गुणवत्ता किसी भी स्कूल में ठीक नही है। इसी प्रकार से कलेक्टर ने प्राथमिक शाला कछारी में भी शौचालय का निरीक्षण किया। मापदंड की कमी पर राशि की होगी वसूली:- कलेक्टर ने जनपद पंचायत शहपुरा के अंतर्गत संचालित स्कूलों में शौचालय निर्माण की जॉच के लिए एक जॉच समिति का गठन करने को कहा है। यह जॉच समिति सभी स्कूलों में जाकर शौचालयों की गुणवत्ता एवं मापदंड का मूल्यांकन करेगी और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। कम मूल्यांकन होने पर शौचालय निर्माण की राशि वसूल की जावेगी। इसी प्रकार से कलेक्टर ने ऑगनवाडी केन्द्र मझगॉव का निरीक्षण किया। ऑगनवाडी केन्द्र मे किचन शेड का निर्माण कार्य अधूरा पाया गया। ऑगनवाडी कार्यकर्ता ने बताया कि उक्त निर्माण कार्य दो वर्ष से अपूर्ण है। उन्होने आगनवाडी के किचन शेड का निर्माण कार्य पूर्ण कराने की मॉग की। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि ऑगनवाडी केन्द्र के किचन शेड का निर्माण कार्य पूर्ण किया जावें। इसी प्रकार से ऑगनवाडी केन्द्रों मे बच्चों को दूध का वितरण नही होना पाया गया। ऑगनवाडी कार्यकर्ता ने बताया कि जनपद पंचायत शहपुरा के किसी भी ऑगनवाडी केन्द्र मे दूध की सप्लाई विगत एक माह से नही हो रही है, इसीलिए ऑगनवाडी में दूध का वितरण नही किया जा रहा है। कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी ऑगनवाडी केन्द्रों में दूध की सप्लाई करना सुनिश्चित किया जावे। कलेक्टर ने ऑगनवाडी केन्द्र में नाश्ता, भोजन, फुलमील, एवं थर्डमील वितरण के संबंध में जानकारी ली। ऑगनवाडी कार्यकर्ता के द्वारा बताया गया कि ऑगनवाडी केन्द्र में सभी बच्चों को नाश्ता,भोजन एवं गर्भावती एवं धात्री महिलाओं को फुलमील दिया जाता है। कलेक्टर ने इस दौरान ऑगनवाडी केन्द्रों के रिकार्डो का भी परीक्षण किया। कलेक्टर ने इस दौरान ऑगनवाडी केन्द्र गढी एवं देवाझिर का भी निरीक्षण किया। विकलाग संजय को मिलेगी पेंशनः- ऑगनवाडी केन्द्र मझगॉव के निरीक्षण के दौरान बालक संजय कुमार निःशक्त पाया गया। कलेक्टर ने जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी को निर्देश दिए कि निःशक्त बालक संजय कुमार के लिए विकलॉग प्रमाण-पत्र बनवाकर उसे विकलाग पेंशन देने की कार्यवाही की जावे। सिर्फ बाउन्ड्रीवाल का भुगतान होगा:- कलेक्टर ने आदर्श ऑगनवाडी केन्द्र सलैया का निरीक्षण किया। आदर्श ऑगनवाडी में बने मंच, खुलामंच, शैनपीट, इत्यादि का निर्माण कार्य आदर्श ऑगनवाडी के मापदंडों के अनुरूप नही पाया गया। कलेक्टर ने कहा कि आदर्श ऑगनवाडी के सभी कार्यो को गुणवत्ता पूर्वक पूरा किया जावें। कलेक्टर ने ऑगनवाडी केन्द्र के इन गुणवत्ताहीन कार्य के भुगतान पर रोक लगाने को कहा है। कलेक्टर ने कहा इस निर्माण कार्य की जॉच की जावेगी और मापदंड के अनुसार काम होने पर ही भुगतान किया जावेगा अन्यथा राशि वसूली की जावेगी। कलेक्टर ने आदर्श ऑगनवाडी केन्द्र के बाउन्ड्रीवाल का भुगतान करने को कहा है शेष निर्माण कार्यो का भुगतान जॉच रिपोर्ट के अनुसार किया जावेगा। गरियारा नाला मे बने पुल का निरीक्षण:- कलेक्टर ने ग्राम-पंचायत मगरटगर के गरियारा नाला में बने पुलिया का निरीक्षण किया। गरियारा नाला में पुल बन जाने से अब ग्राम-पिपरहा एवं ग्राम-मगर-टगर आपस में आवागमन की सुविधाओं से जुड गए है। लोगों ने बताया कि गरियारा नाला में पुल नही होने पर आवागमन में बहुत कठिनाई होती थी। बरसात के मौसम में बाढ आने पर ग्राम-पिपरहा का सम्पर्क ग्राम-मगर-टगर से टूट जाता था। छात्र-छात्राओं को स्कूल आने-जाने एवं बीमार व्यक्तियों को इलाज कराने के लिए उप स्वास्थ्य केन्द्र लाने-ले-जाने में भी बहुत कठिनाई होती थी। लोगो का कहना था कि गरियारा नाला में पुल का निर्माण होने से सभी लोगो में प्रसन्नता है, अब बरसात के मौसम में भी आवागमन की आसान सुविधा उपलब्ध रहेगी।