रक्षाबंधन पर्व पर आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकार की ओर से तोहफा मिला है। फैसले के अनुसार हर आशा कार्यकताएं एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को 1-1 हज़ार रुपए बतौर सम्मान राशि दिए जाएंगे। यह पैसा उनके बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर किया जाएगा। इससे करीब 50 हजार आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को फायदा होगा। पहले भी सरकार ने कोरोना से रोकथाम में इनकी भूमिका को सराहते हुए एक-एक हजार रुपये की सम्मान राशि दी थी। यह फैसला उत्तराखंड की राज्य सरकार ने किया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं देने के साथ ही यह सम्मान राशि देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही किशोरियों के लिए सेनेटरी नैपकिन योजना लाई जा रही है। महिलाओं की सुविधा के लिए रक्षाबंधन के अवसर पर रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गई है। रावत ने कहा कि पिछले साल तक मुख्यमंत्री आवास में बड़ी संख्या में बहनें उन्हें रक्षा सूत्र बांधने आती थी। इस वर्ष परिस्थितियां बदली हुई हैं। उन्हें सैकड़ों बहनों की राखियों के साथ ही उनका आशीर्वाद भी मिला है। इससे पहले आज दिन में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी महिलाओं को राखी के पर्व की सौगात देने की घोषणा की थी। योगी सरकार ने रविवार को कोरोना लॉकडाउन की पाबंदियों में छूट देते हुए राखी और मिठाई की दुकानेंं खोलने की अनुमति दी। राज्य यसरकार ने सोमवार को राखी के दिन रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा भी प्रदान करने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते हर शनिवार और रविवार को टोटल लॉकडाउन रहता है, लेकिन राखी के मद्देनजर योगी सरकार ने लोगों को राहत देने का फैसला किया। इसी वजह से अब रविवार को राखी और मिठाई की दुकानों को खोलने की अनुमति प्रदान की।