नई दिल्ली(ईन्यूज एमपी)- उत्तर प्रदेश के कानपुर शूटआउट मामले में 8 दिन से फरार चल रहे मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के 2 और साथियों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. इस मुठभेड़ में दो जवान भी घायल हुए हैं. लेकिन विकास दुबे तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है. पहले विकास दुबे पर पचास हजार का इनाम था जिसे बाद में बढ़ाकर एक लाख, फिर ढाई लाख तक किया गया था. अब इनामी राशि को बढ़ाकर 5 लाख कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक गुरुवार सुबह करीब 6 बजे हुए इस एनकाउंटर में दो अलग-अलग जगहों पर दो गुर्गें प्रभात और रणवीर को मार गिराए गए हैं. प्रभात मिश्रा को बुधवार को पुलिस फरीदाबाद से गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश करने वाली थी. लेकिन पुलिस के मुताबिक कानपुर के पास हाइवे पर भौंती के पास उसने एसटीएफ के पुलिस इंस्पेक्टर से पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की. इसके बाद हुई मुठभेड़ में उसे मार गिराया गया. दूसरा एनकाउंटर इटावा में रणवीर उर्फ बउअन का हुआ है. उसके ऊपर भी इस घटना को लेकर 50 हजार रुपए का इनाम रखा गया था. प्रभात मिश्रा एनकाउंटर में ढेर आईजी कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पुलिस और विकास दुबे के साथियों के साथ दो मुठभेड़ हुई हैं. इटावा में रणवीर उर्फ बउवा दुबे मारा गया और कानपुर में प्रभात मिश्रा को ढेर किया गया है. इससे पहले कल विकास के दाएं हाथ माने जाने वाले अमर दुबे को भी मुठभेड़ में पुलिस ने मार गिराया था.