नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पहली बार दिल्ली में एक मंच साझा करते हुए दोनों केन्द्र के खिलाफ अपना दर्द बयां करते हुए पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला। केजरीवाल ने इस मौके पर बिहार विधानसभा चुनाव में "दोस्त" नीतीश की जीत की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि उन्हें बिहार में दिल्ली चुनाव जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं। दिल्ली के कॉन्सिट्टयूशन क्लब में आयोजित बिहार सम्मान समारोह में केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली के चुनाव से पहले जो-जो घटनाएं घटी थीं, वह घटनाएं इस बार बिहार के चुनाव के पहले घटी हैं।" केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली चुनाव से पहले बीजेपी ने उनके गोत्र को लेकर कटाक्ष किया था, तो इस बार बिहार के डीएनए पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं नीतीश ने भी दिल्ली को पूर्ण राज्य और बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग दोहराई। उन्होंने केंद्र सरकार पर दिल्ली की सरकार को काम न करने देने का आरोप भी लगाया। नीतीश कुमार ने कहा कि केजरीवाल को वोट देकर दिल्लीवालों ने अच्छा फैसला किया है। दिल्ली वाले ठीक रास्ते पर हैं। दिल्ली सरकार की तारीफ करते हुए नीतीश ने कहा, "दिल्ली में "आप" को अद्भूत मेंडेट मिला है। ऎसा किसी को नहीं मिला और ऎसा तब हुआ, जब पीएम मोदी दिल्ली के मूड को देश का मूड और देश के मूड को दिल्ली का मूड बता रहे थे।" पीएम मोदी को चुनौती देते हुए नीतीश ने कहा, "दिल्ली का हश्र देखते हुए भी मोदी बिहार में जोर लगा रहे हैं। बिहार के लोग एक दिन काम न करें तो दिल्ली ठहर जाएगी। हमारे डीएनए पर सवाल उठाए जा रहे हैं। केजरीवाल जी ने बता दिया कि बिहार के डीएनए को देखना है तो मांझी को देखिए, जिसने पहाड़ काटकर सड़क बना दी। अगर चांद पर बहाली होगी तो बिहारी वहां भी चले जाएंगे। कभी बीमारू कहते हैं, कभी डीएनए पर सवाल उठाते हैं। पूरे बिहार का डीएनए एक ही है। बिहार का अपमान हो रहा है। दिल्ली सरकार की तारीफ करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, "दिल्ली सरकार को अद्भूत मेंडेट मिला है। 70 में 67 सीटें होने के बावजूद दिल्ली सरकार को चीफ सेक्रेटरी तय करने का हक नहीं है। दिल्ली सरकार को बेकार बनाने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली सरकार जनता के लिए जवाबदेह है, लेकिन उसे जवाबदेही निभाने नहीं दी जा रही।" केजरीवाल के मंच से नीतीश ने दिल्ली को पूर्ण राज्य और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग दोहराई।