भोपाल (ईन्यूज एमपी)- मध्य प्रदेश में चल रहा सत्ता का संघर्ष और राज्यपाल लालजी टंडन द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर दिए गए फ्लोर टेस्ट के निर्देश से अब सबकी नजरें सरकार के बहुमत परीक्षण पर टिक गईं हैं। इस मुद्दे पर विधिवेत्ताओं का कहना है कि कुछ भी हो सकता है। राज्यपाल के पत्र में कई संकेत भी छिपे हैं। मौजूदा परिस्थितियों में फ्लोर टेस्ट (शक्ति परीक्षण) ही एकमात्र समाधान है, लेकिन सदन की परिस्थितियां, राजनीति और दलगत मजबूरियां भी हावी रहेंगी। सदन में विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका ही निर्णायक रहेगी। मध्य प्रदेश में पिछले दो सप्ताह से सत्ता को लेकर चल रही उठापटक का मामला राज्यपाल के हस्तक्षेप बाद अब निर्णायक मोड़ पर आ गया है। अब देखना होगा कि इस सियासी उठा पटक का अंत आज होता है या नहीं,किसकी रणनीति सफल रहती है और किसकी नहीं यह फैसला आज फ्लोर टेस्ट के बाद ही पता चल पाएगा।