सीधी(ईन्यूज एमपी)-अतिगंभीर कुपोषित बच्चों के समुदाय आधारित प्रबंधन कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला एवं ब्लाॅक स्तर के अधिकारियों, स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों, आई.सी.डी.एस. पर्यवेक्षकों, प्रबंधकों व सलाहकारों की एक दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण सह कार्यशाला कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी. एल. मिश्रा, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अवधेश सिंह सहित जिला एवं ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। समुदाय आधारित प्रबंधन कार्यक्रम बिना चिकित्सकीय जटिलता वाले कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित प्रबंधंन कार्यक्रम है, सभी अति गंभीर कुपोषित बच्चों में से 85 से 90 प्रतिशत कुपोषित बच्चों का प्रबंधन समुदाय स्तर पर विशिष्ट उपचार व आहार देकर किया जा सकता है। इन बच्चों में से केवल 10 से 15 प्रतिशत बच्चों में कम भूख या चिकित्सकीय जटिलताएं होती है जिन्हें पोषण पुर्नवास केंद्र मे भर्ती व उपचार की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही परिवार एवं अन्य बच्चों को छोड़कर माँ या देखभालकर्ता को एन.आर.सी. में रहने मंे कठिनाई होती है। वर्तमान में अति गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए मध्यप्रदेश में पोषण पुनर्वास केंद्र के साथ समुदाय आधारित प्रबंधन कार्यक्रम के संचालन का निर्णय लिया गया है। महिला एवं बाल विकास द्वारा अतिकुपोषित बच्चों के लिए समुदाय के सहयोग से उन्हें कुपोषण से मुक्त कराने का अभियान चलाया जायेगा। अतिकुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से उचित जांच एवं दवाओं की सुविधा दी जायेगी। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा इन बच्चों की पांच दिवसीय केन्द्र आधारित देखभाल की जायेगी। अभियान के तहत अतिकुपोषित बच्चों का 12 सप्ताह तक समुदाय स्तर पर प्रबंधन किया जायेगा। इन्हें अगले 3 माह तक गृह भेंट कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा फालोअप लिया जायेगा। हर सप्ताह आंगनवाड़ी केन्द्र में उपलब्ध अतिरिक्त पोषण आहार का उपयोग करके इन बच्चों को दो बार अतिरिक्त आहार दिया जायेगा। उन्हें यह भोजन उनकी माता के सहयोग से खिलाया जायेगा। अतिकुपोषित बच्चों के पोषण में सुधार की जानकारी बाल पोषण प्रगति पोषण पत्रक में दर्ज की जायेगी। कैंसर मुक्त सीधी के लिए चलायें जागरूकता अभियान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मिश्रा ने विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर लोगों को कैंसर की बीमारी, उसकी पहचान एवं उपचार के विषय में जनजागरूकता के लिए कहा। उन्होने कहा कि कैंसर एवं असंचारी रोगों का मुख्य कारण अनियमित खान-पान, मोटापा, शारीरिक व्यायाम का आभाव, तम्बाकू एवं शराब का सेवन आदि है। उक्त सभी में नियंत्रण कर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है। इसके साथ ही कैंसर की पहचान यदि समय से कर लिया जाये तो कई बहुमूल्य जिंदगियों को बचाया जा सकता है। उन्होने कैंसर मुक्त सीधी के लिए सभी विभागों को समन्वित रूप से प्रयास करने के लिए कहा है।