भोपाल(ईन्यूज एमपी)- मप्र लोकसेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में भील जनजाति के संबंध में दिए गए गद्यांश और उस पर आधारित प्रश्नों को लेकर इंदौर के अजाक थाने मे लोक सेवा आयोग के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एट्रोसिटी एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में रवि बघेल नामक शख्स ने शिकायत दर्ज करवाई थी। इंदौर के पीएससी प्रतिभागी और भील समुदाय के युवक की शिकायत पर अजाक थाना इंदौर में एट्रोसिटी एक्ट के तहत पीएससी पदाधिकारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने अनुसूचित जाति जनजाति नृशंसता निवारण अधिनियम की धारा 3(1) द और 3(1) यू में एफआईआर दर्ज की है। वहीं कांग्रेस विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने मप्र लोकसेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा में भील जनजाति के संबंध में दिए गए गद्यांश और उस पर आधारित प्रश्नों से जनजाति के दुष्चरित्रण पर विधानसभा में चर्चा कराने की मांग की है। कांग्रेस विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि परीक्षा में मप्र लोकसभा सेवा आयोग के अधिकारियों ने भील जनजाति के लोगों के प्रति उपेक्षा व तिरस्कार की मनोवृत्ति को दर्शाया है जो अलोकतांत्रिक व गैर संवैधानिक है। उन्होंने कहा कि इससे मप्र सहित देशभर के भील जनजातियों का अपमान, उपेक्षा व तिरस्कार हुआ है। इसका पूरा आदिवासी समाज विरोध करता है। डॉ. अलावा ने कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर 16-17 जनवरी को आयोजित विस बैठक में चर्चा कराई जाए।