enewsmp.com
Home मध्य प्रदेश बवाल होने पर दागी अफसरों से छीनी पर्यवेक्षक की जिम्मेदरी....

बवाल होने पर दागी अफसरों से छीनी पर्यवेक्षक की जिम्मेदरी....

इंदौर(ईन्यूज एमपी)- मप्र लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) ने राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए व्यापमं घोटाले में दागी अधिकारियों को भी पर्यवेक्षक बना दिया। गुरुवार सुबह पीएससी ने 20 पर्यवेक्षकों के नियुक्ति की अधिसूचना प्रकाशित की। सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस और न्यायिक सेवा के अधिकारियों को पीएससी ने पर्यवेक्षक बनाया है। प्रदेश के चर्चित व्यापमं घोटाले में दागी दो अधिकारियों को भी पीएससी ने पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया। सूची प्रकाशित होने के बाद सवाल उठे कि जो व्यापमं घोटाले में ही शंका के घेरे में रहे, ऐसे लोगों को पीएससी की परीक्षा में गड़बड़ी रोकने की जिम्मेदारी कैसे दे दी गई?

हल्ला मचा तो शाम को पीएससी ने दोनों अधिकारियों को हटा दिया। 12 जनवरी को राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा प्रदेश के तमाम जिला मुख्यालयों पर होनी है। परीक्षा से जुड़ी शिकायतें दर्ज करने के लिए जिला और संभाग के अनुसार 20 पर्यवेक्षक बनाए गए हैं।

उज्जैन संभाग में राज्य सेवा परीक्षा से जुड़ी शिकायत सुनने के लिए सेवानिवृत्त आईएएस अफसर केसी जैन को और ग्वालियर में अशोक कुमार शिवहरे को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया। पर्यवेक्षकों की सूची मंे शामिल इन दोनों नामों पर विवाद खड़ा हो गया।

व्हिसलब्लोअर डॉ. आनंद रॉय ने आरोप लगाया कि व्यापमं में सीबीआई के आरोप पत्र में केसी जैन के पुत्र अनुराग जैन को आरोपित बनाया गया था। प्री पीजी घोटाले में अनुराग आरोपित था। वहीं अशोक शिवहरे के सगे भाई आरके शिवहरे भी व्यापमं में दागी रहे हैं।

Share:

Leave a Comment