भोपाल(ईन्यूज एमपी)- समयबद्ध पदोन्न्ति व सातवें वेतनमान की मांग को लेकर प्रदेश के सभी 13 सरकारी मेडिकल कॉॅलेजों के चिकित्सा शिक्षक सामूहिक इस्तीफे पर अड़े हुए हैं। गुरुवार को मंत्रालय में चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ, प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला की मौजूदगी में मप्र मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक हुई। मंत्री ने कहा कि हम आपकी मांगों पर विचार कर रहे हैं। आंदोलन को लेकर जल्बाजी मत करो। ठोस जवाब नहीं मिलने पर एसोसिएशन ने कॉलेजों के डीन को सामूहिक इस्तीफा सौंपकर 9 जनवरी से काम बंद करने का निर्णय लिया है। इसके पहले एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जन संपर्क मंत्री पीसी शर्मा से मुलाकात की। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने बताया कि 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सात के चिकित्सा शिक्षकों ने अपने डीन को इस्तीफा सौंप दिया है। अन्य कॉलेजों के चिकित्सा शिक्षक भी 9 जनवरी के पहले इस्तीफा सौंप देंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार चिकित्सा शिक्षकों को एक जनवरी 2018 से सातवां वेतनमान दे रही है, जबकि दूसरे विभागों में 1 जनवरी 2016 से दिया गया है। समयबद्ध पदोन्न्ति को लेकर भी कोई निर्णय नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने भी मुलाकात के लिए समय नहीं दिया है। सरकार को इलाज की करना होगी व्यवस्था डॉ. अग्रवाल ने बताया कि 9 जनवरी से सामूहिक इस्तीफ देने के बारे में महीने भर पहले ही सरकार को सूचना दे दी गई थी। इसका मकसद यही था कि मरीजों को कोई परेशानी न हो। अब सरकार को मरीजों की इलाज की व्यवस्था करना होगा। उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टर भी उनके समर्थन में आंदोलन कर सकते हैं।