दमोह(ईन्यूज एमपी)- जिले में करीब पांच सौ लोगों को करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर रीवा निवासी एक युवक ने जिले के करीब पांच सौ लोगों को ठग लिया। आरोपित ने लोगों से करीब पांच करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की और वह फरार हो गया। ठगी के शिकार लोगों में शामिल शहर के सिविल वार्ड निवासी राजेश दुबे ने कोतवाली में उसकी रिपोर्ट की और पुलिस ने अपराध दर्ज कर उसकी तलाश की। पुलिस आरोपित को गिरफ्तार करने में सफल हुई और रविवार को उसे रीवा से दमोह लाया गया। अब सोमवार को उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा। ज्ञात हो कि ने हरियाणा के हिसार की फ्यूचर मेकर कंपनी के नाम पर हर्बल आयुर्वेदिक उत्पाद सामग्री बेचने व कंपनी का शेयर होल्टर बनाने का झांसा देकर ये ठगी की थी। इस फर्जी कंपनी के दो मुख्य आरोपित पहले ही हरियाणा के हिसार जेल में बंद है। रविवार दोपहर कोतवाली टीआई एचआर पांडेय ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि रीवा निवासी आरोपित पवनीश उर्फ धीरज द्विवेदी पिता राजभान द्विवेदी 25 ने दमोह जिले में करीब पांच सौ लोगों को ठगा। आरोपित ने जिले के लोगों से अलग-अलग संपर्क कि या और उन्हें बताया कि हरियाणा हिसार की फ्यूचर मेकर कंपनी द्वारा हर्बल आयुर्वेदिक उत्पाद तैयार किए जाते हैं, जिसकी पूरे देश में काफी डिमांड है। कंपनी काफी फायदे में चल रही है और कंपनी के ऑनर हिसार निवासी राधेश्याम और वंशीलाल ने तय किया है कि अब देशवासियों को भी कंपनी में शेयर होल्टर बनाकर उन्हें आर्थिक लाभ दिया जाए। लोगों से रुपए लेकर बनाया ग्राहक : टीआई पांडेय ने बताया कि आरोपित ने पहले लोगों को इस कंपनी के बारे में बताकर उन्हें झांसे में लिया और फिर उनसे कहा कि वह एक हजार रुपए देकर कंपनी के सदस्य बन सकते हैं। जिसके बदले उन्हें कुछ उत्पाद दिए जाएंगे जो उन्हें अन्य लोगों को बेचना है। जब वह उन उत्पादों को बेचकर कमाई गई राशि कंपनी के पास जमा करेंगे तो कंपनी उन्हें अपने साथ पांच प्रतिशत का शेयर होल्डर बनाएगी और उसके बाद कंपनी को पूरे देश से जो भी फायदा होगा, उसके मुनाफे का पांच प्रतिशत उसे मिलेगा। इस तरह लालच में आकर लोग आरोपित के झांसे में आ गए और लोगों ने उसे रुपए देना शुरु कर दिया। पांच करोड़ से अधिक की ठगी की संभावना : आरोपित से की गई पूछतांछ में उसने बताया कि उसने केवल दमोह जिले में करीब पांच सौ लोगों को कंपनी का ग्राहक बनाया और उनसे रुपए भी लिए। यहां महत्वपूर्ण बात ये है कि आरोपित ने ये भी बताया है कि उसने कि सी से दो और पांच हजार रुपए भी लिए हैं। यदि इस हिसाब से देखा जाए तो ठगी की राशि का आंकड़ा पांच करोड़ से भी अधिक हो सकता है। पुलिस को आरोपित से मिली जानकारी के अनुसार अभी ये अनुमान है कि उसने जिले के करीब पांच सौ लोगों को अपने झांसे में लेकर उनसे रुपए लिए थे। आरोपित ने रुपए लेने के बाद कुछ दिन लोगों से संपर्क बनाए रखा और उसके बाद वह फरार हो गया। इन्हीं ठगी के शिकार लोगों में से दमोह के सिविल वार्ड निवासी विजय दुबे को जब आरोपित के गायब होने की खबर मिली तो उन्हें संदेह हुआ। जब उनका आरोपित से संपर्क नहीं हुआ तो उन्होंने कोतवाली में आरोपित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस ने मामल तो दर्ज किया, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी, लेकि न पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपित को गिरफ्त में ले लिया। इन धाराओं के तहत दर्ज था मामला : टीआई पांडेय ने बताया कि आरोपित के खिलाफ पुलिस ने 22 नवंबर 19 को सिविल वार्ड निवासी विजय दुबे की शिकायत पर धारा 420, 406, 120बी और 506 के तहत अपराध दर्ज कि या था। इसके बाद इसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी थे। कोतवाली पुलिस ने आरोपित को रीवा से गिरफ्तार किया और उसे रविवार को दमोह लेकर आई। अब सोमवार को उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।