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Home मध्य प्रदेश सौभाग्य योजना को लेकर आमने-सामने पक्ष-विपक्ष,हर जिलों में होगी कामों की जांच....

सौभाग्य योजना को लेकर आमने-सामने पक्ष-विपक्ष,हर जिलों में होगी कामों की जांच....

भोपाल(ईन्यूज एमपी)- मध्यप्रदेश में सौभाग्य योजना में बड़ा घोटाला हुआ है। पिछली सरकार में इतना बड़ा खेल खेला गया, जिसकी कोई सीमा नहीं है। दो योजनाओं की राशि एक ही जगह पर एक ही काम के नाम पर निकालकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया। हर जिले में इसकी जांच होगी। यह बात ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने शुक्रवार को विधानसभा में भाजपा विधायक रामकिशोर कांवरे ने सवाल के जवाब में कही।

प्रश्नकाल के दौरान बालाघाट विधायक ने सौभाग्य योजना में अनियमितता का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सौभाग्य और दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना की राशि का खर्च एक ही जगह बताया गया। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बालाघाट में सौभाग्य योजना से अनियमितता की शिकायत मिली है, जिसकी जांच जबलपुर से टीम भेजकर कराई जा रही है। दो माह में रिपोर्ट आएगी। मंडला और डिंडौरी में गड़बड़ी सामने आ चुकी है।

हर जिले में व्यापक जांच कराई जा रही है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि तेज हवा चलने से बिजली के खंबे गिर रहे हैं। पिछले दिनों 15 लाख रुपए की रिश्वत लेता इंजीनियर भी पकड़ाया है। भुगतान पर रोक लगाई जाए। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सौभाग्य योजना में खंबा लगाते समय कांक्रीट नहीं लगाया जाता है।
सिर्फ गिट्टी के साथ खंबा लगा दिया। वहीं, विद्युतीकरण से जुड़ा एक अन्य सवाल कुंवर सिंह टेकाम ने उठाया। उन्होंने कहा कि 14 हजार घरों में बिजली नहीं पहुंची और यह बताया गया कि काम पूरा हो गया है।

इस पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने ही घोषणा की थी कि शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो चुका है। हम सर्वे करा रहे हैं। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने निर्देश दिए कि इस बात की भी जांच कराई जाए कि जिस सामग्री का इस्तेमाल किया गया, वो गुणवत्ताहीन थी। खंबों में कांक्रीट नहीं लगाया गया। जिन्होंने भी इस नियम को बदला, उनके खिलाफ कार्रवाई करें। साथ ही यदि कांक्रीट का प्रावधान था और नहीं डाला तो संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई करें।

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