भाेपाल(ईन्यूज एमपी)- माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) की दो एडजंक्ट फैकल्टी द्वारा की जा रही जातिवाद टिप्पणी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सभी 23 छात्रों काे निष्कासित करने का आदेश प्रशासन ने गुरुवार को वापस ले लिया है। इस मामले को सुलझाने के लिए विवि प्रशासन पर शासन की ओर से दबाव था। इसलिए प्रशासन को निष्कासन रद्द करने झुकना पड़ा। छात्र अंतिम समय तक अपने कार्य को लेकर खेद व्यक्त करने के लिए तैयार नहीं हुए। कुलपति दीपक तिवारी के साथ दो बार की बैठक हुई है। जब उन्हें इस बात का आश्वासन मिला कि उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर भी वापस ली जाएगी और दोनों एडजंक्ट फैकल्टी दिलीप मंडल और मुकेश कुमार के मामले में भी कार्रवाई की जाएगी। वहीं छात्रों ने कहा कि उनकी जातिवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। छात्रों का कहना है कि विवि को दोनों एडजंक्ट फैकल्टी के मामले जल्द ही निर्णय लेना होगा। 23 दिसंबर से सैद्धांतिक परीक्षाएं शुरू हो रही हैं, इसलिए हमने खेद जताया है। इसके बाद शाम 5.30 बजे विवि के रैक्टर प्रो. श्रीकांत सिंह ने निष्कासन खत्म करने का आदेश जारी किया।