मुरैना(ईन्यूज एमपी)-बिजली बिल बकाया होने के मामले में अब विशेष अदालत बिजली अधिनियम ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। न्यायालय ने लंबित मामलों में त्वरित कर्रवाई के लिए 303 आरोपितों के खिलाफ स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं। इन लोगों को अब पुलिस गिरफ्तार करेगी और कोर्ट पहुंचाएगी। अब तक 18 लोग गिरफ्तार कर भी लिए गए हैं। बिजली चोरी और बकाया बिल न चुकाने के मामलों की सुनवाई मुरैना जिला मुख्यालय पर विशेष अदालत बिजली अधिनियम में की जाती है। इस अदालत में पेंडिंग मामलों की संख्या बहुत अधिक है। कंपनी के अभिभाषक संदीप शर्मा के मुताबिक कई मामलों में तो आरोपित कोर्ट से भेजे जाने वाले समन और अस्थाई वारंट के बाद भी हाजिर नहीं हुए। जिसके चलते कोर्ट ने सख्ती बरती है। न्यायालय ने ऐसे मामलों में 303 लोगों को आरोपित करार दिया है और उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं। इन सभी लोगों को पुलिस अब गिरफ्तार करेगी। अभिभाषक के मुताबिक पुलिस इनमें से 18 लोगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। बिजली न्यायालय द्वारा जारी वारंटों की तामीली के मामले में आरोपितों द्वारा पुलिस को गुमराह किए जाने की बातें सामने आ रही हैं। जिसके बाद अब खुद बिजली कंपनी इन वारंट की प्रतियों को आरोपितों और बकायादारों के घरों पर चस्पा करवा रही है। 303 आरोपितों के खिलाफ वारंट जारी किए जाने के अलावा कोर्ट ने कुछ नोटिस भी जारी किए हैं। यह नोटिस उन 599 मामलों में जारी हुए हैं, जो न्यायालय में दर्ज होने के लिए लंबित हैं। इन नोटिसों में कहा गया है कि अगर आरोपित अपना विवाद कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठकर नहीं सुलझाते हैं तो कंपनी ऐसे लोगों के प्रकरण कोर्ट में दर्ज करा देगी।