दमोह(ईन्यूज एमपी)- रैयतवारी आम चौपरा आंगनवाड़ी केंद्र का जायजा लेने पहुंचीं जनपद पंचायत उपाध्यक्ष मनीषा तिवारी के सामने अजीब स्थिति बन गई जब उनके सवालों का जवाब देने के बजाय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने डांस करना शुरू कर दिया। डांस करते-करते आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने शासन की अव्यवस्थाओं और अफसरों की लापरवाही बयां करना शुरू कर दिया। बोलीं- कुपोषण मिटाने की बात करते हैं, एक रोटी और पानी जैसी सब्जी देने से कहीं कुपोषण मिटता है क्या? आंनवाड़ी कार्यकर्ता का ढाई मिनट का वीडियो वायरल होने के बाद एसडीएम आनंद कोपरिया ने जांच के आदेश दिए हैं। दरअसल मनीषा तिवारी आंगनवाड़ी केंद्र का जायजा लेने के लिए पहुंचीं थीं। उनका कहना है कि वे सुबह 11 बजे केंद्र पर पहुंचीं थीं, लेकिन कोई नहीं मिला, दोबारा दोपहर एक बजे पहुंचीं तो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता परिमाला खरे मिलीं, लेकिन केंद्र में बच्चे नहीं थे। उपाध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से दस्तावेज मांगे तो बोलीं नहीं हैं, 11 रजिस्टर हैं, वे घर पर रखे हैं। मनीषा तिवारी का कहना है कि केंद्र की लंबे समय से शिकायतें मिल रहीं थीं। जो बच्चे केंद्र में दर्ज हैं, वे ही स्कूल में भी पढ़ते हैं। इस पर कार्यकर्ता ने स्पष्ट किया केंद्र में 70 बच्चे दर्ज हैं, जिनमें से 40 बच्चों को पोषण आहार दिया जाता है। छोटे बच्चों को पोषण आहार मिलता है। 30 बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा दी जाती है। उन्होंने बताया कि 9 बजे आंगनवाड़ी केंद्र आते हैं, 9.30 बजे नाश्ता मिलता है। दोपहर 12 बजे खाना दिया जाता और बच्चे घर चले जाते हैं। अधिकारी और जनप्रतिनिधि दोपहर में स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र जांच करने आएंगे तो बच्चे कहां से मिलेंगे। सरकार को नियम बदलना चाहिए कार्यकर्ता ने वीडियो में कहा कि हर अधिकारी और कार्यकर्ता यहां पर आकर कहता है कि बच्चा नहीं है। सरकार नियम नहीं बदलती है, सरकार नियम बदले। तो विवाद खत्म हो जाए। उसने कहा कि सुपरवाइजर कहती है कि आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चा भेजो। अधिकारी कहते हैं कि स्कूल में बच्चा भेजो, साथ ही उसने यह भी वीडियो में कहा कि केंद्र में जो बच्चा आता है, उसे पानी वाली सब्जी और एक रोटी दे दी जाती है। ऐसे में कैसे कुपोषण दूर हो रहा है। कोई भी यहां पर आकर जांच चालू कर देता है, वीडियो बनवाता है। इस बीच उसने भी कहा कि हमारा वीडियो बनाओ खूब वायरल करो, अब तो मैंने नाच भी दिखा दिया। मेरा वीडियो मुख्यमंत्री तक पहुंचाओ। जहां जाकर जिसे दिखाना दिखाओ।