ग्वालियर(ईन्यूज एमपी)-जिले के तमाम सरकारी डॉक्टर गुस्से में हैं। अस्पताल के कामकाज में प्रशासनिक अफसरों की दखलंदाजी के खिलाफ उनका गुस्सा फूट पड़ा है। गजराराजा मेडिकल कॉलेज, जयारोग्य अस्पताल और जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने फैसला किया है कि अब वे प्रशासनिक अफसरों को सर नहीं कहेंगे। इसकी बजाय उन्हें ससम्मान नाम लेकर बुलाएंगे। उनके आदेशों का पालन नहीं करेंगे। इतना ही नहीं, यदि ये अफसर अस्पतालों का निरीक्षण करने आएंगे तो सारे डॉक्टर अस्पताल से बाहर निकल जाएंगे और अफसरों से कहेंगे कि आप खुद निरीक्षण कर लीजिए। जीआरएमसी के फीजियोलॉजी लेक्चर थियेटर में बुधवार को जीअारएमसी, जेएएच के सीनियर-जूनियर डॉक्टर, जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों के डॉक्टरों की आपातकालीन बैठक में गुस्साए डॉक्टरों ने यह फैसले लिए हैं। अस्पतालों में बढ़ती दखलअंदाजी से नाराजगी बैठक में डॉ. एएस भल्ला ने कहा पूरा प्रदेश ब्यूरोक्रेटिक एक्टिविज्म के साये में है। वह हर जगह अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहते हैं। ब्यूरोक्रेट कभी भी जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में चले जाते हैं। यह उनके लिए प्रयोग का मैदान बन गया है या अपनी इमेज को चमकाने का दौर बन गया है।