पिपरिया(ईन्यूज एमपी)- लोगों की आस्था का केन्द्र बने पेड़ के पास जाने पर रोक लगाना पुलिस को महंगा पड़ गया गुस्साए लोगों ने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र के ग्राम नयागांव में पुलिस ने जब ग्रामीणों को महुआ पेड़ के पास जाने से रोका तो उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया और एक मोटर साइकिल को भी आग के हवाले कर दिया। पत्थर लगने से बनखेड़ी टीआई शंकरलाल झारिया समेत 7 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। कई पुलिसकर्मियों और वन विभाग के कर्मचारियों ने जंगल में भागकर जान बचाई। उग्र भीड़ ने पुलिस बल को जंगल से खदेड़ दिया। टीआई झारिया व 5 पुलिसकर्मियों को पिपरिया के सरकारी अस्पताल में भर्ती किया है। जबकि गंभीर चोटें आने पर आरक्षक रोहित वर्मा (25) को नर्मदा अस्पताल होशंगाबाद में भर्ती किया है। इसके बाद जिले के विभिन्ना थाना क्षेत्रों से करीब एक हजार पुलिस कर्मी 50 वाहनों से नयागांव पहुंचे और महुआ पेड़ के आसपास बैरिकेड्स लगाकर लोगों को आने से रोक दिया। वहीं लोगों को जंगल से बाहर निकालने के प्रयास देर शाम तक जारी थे। गौरतलब है कि पिछले दो माह से ग्राम नयागांव में महुआ का पेड़ अंधविश्वास का कारण बना हुआ है। कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि यहां महुआ का एक ऐसा पेड़ है जिसे छूने से बीमारियां ठीक हो जाती हैं। हालांकि अब तक कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिला जिसकी बीमारी ठीक हुई हो, परंतु अंधविश्वास इतना बढ़ गया कि प्रत्येक रविवार और बुधवार को हजारों लोग यहां महुआ पेड़ छूने पहुंचने लगे। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का बफर जोन होने के बाद भी वन अमला लोगों को रोकने में असफल रहा। प्रशासन ने पुलिस को जब सख्ती बरतने को कहा तो बुधवार से सुबह से ही पुलिस बल तैनात हो गया था। सुबह 10ः30 बजे जैसे ही पुलिस ने लोगों को महुआ के पेड़ के आसपास बैरिकेड्स लगाकर लोगों को रोकने का प्रयास किया वैसे ही वहां मौजूद दुकानदारों और ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। सैकड़ों लोगों ने पथराव शुरू कर दिया और लाठियों से बैरिकेड्स में तोड़फोड़ कर दी। ग्रामीणों के हमले में बनखेड़ी टीआई झारिया, प्रधान आरक्षक रामगोपाल बाथरे, आरक्षक रोहित वर्मा, महेश कहार, योगेश, जामसिंह, उमाकांत हाकम, महिला आरक्षक आकांक्षा तोमर व ज्योति दास घायल हुए हैं।