भोपाल(ईन्यूज एमपी)- झाबुआ उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पराजय क्या मिली, एक के बाद एक पार्टी नेता नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाने लगे। गुरुवार को विधायक केदार शुक्ला ने उपचुनाव में पराजय के लिए प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह को जिम्मेदार ठहराया तो शुक्रवार को राज्यसभा के पूर्व सदस्य रघुनंदन शर्मा ने कहा कि लोग जवाबदार हैं लेकिन जवाबदारी लेना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि संगठन, संगठन की स्थिति और वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति के बारे में तथाकथित नेतृत्व को बात करना चाहिए। शर्मा पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोई जवाबदारी से बचता है तो यह स्वस्थ लक्षण नहीं हैं। केदार शुक्ला के बयान पर शर्मा ने कहा कि यह केदार शुक्ला का अभिमत हो सकता है, लेकिन यह सारी बातें जब बाहर आती हैं तो केदार शुक्ला मुखर होते हैं। उसके पीछे के कारण को खोजना चाहिए। शर्मा ने कहा कि राकेश सिंह हो, सुहास भगत या शिवराज सिंह चौहान हो, या जो भी जिम्मेदार पदाधिकारी हैं, उन्हें इसके पीछे के कारण खोजने चाहिए। इस बुराई और कमी के पीछे संवादहीनता है। संवादहीनता की स्थिति में ही सारी बातें बाहर आती हैं, मजबूत व्यक्ति को अंदर जगह नहीं मिलती तो बाहर बोलता है इसलिए अब मिलजुलकर गंभीरता से संवादहीनता को समाप्त करना चाहिए। शर्मा ने कहा कि मैंने विधानसभा के समय भी कहा था कि यदि भारतीय जनता पार्टी विधानसभा के चुनाव में जीतती है तो इसका सारा श्रेय एक व्यक्ति शिवराज सिंह चौहान को जाता है लेकिन पार्टी सरकार बनाने में विफल रही, चुनाव हार गए तो इसकी एकमात्र जवाबदारी भी शिवराज सिंह चौहान की है। इसी प्रकार झाबुआ में इतनी बड़ी हार का तत्काल विश्लेषण होना चाहिए। जिसे भी दायित्व दिया हो, कमियों को खोजकर स्वीकार करना चाहिए।