मुरैना - राज्य शासन की स्वस्थ्य प्रदेश की कल्पना को साकार रूप देने के लिए स्वामी विवेकानंद जयन्ती युवा दिवस के अवसर पर सूर्य नमस्कार जिले की सभी शासकीय और अशासकीय शिक्षण संस्थाओं में स्कूली बच्चों द्वारा किया गया। शासकीय उत्कृष्ट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मुरैना के प्रांगण में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में महापोर श्री अशोक अर्गल, क्षेत्रीय विधायक श्री रूस्तम सिंह, कलेक्टर श्री विनोद शर्मा की मौजूदगी में संपन्न हुआ। इस अवसर पर जिलाशिक्षा अधिकारी डा. आर एन नीखरा, डीपीसी श्री महेश तोमर, श्रीप्रदीप व्यास, डा. शिवकुमार शर्मा, श्री केशव सिंह, उत्कृष्ट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य श्री गोपाल सिंह परमार, पार्षद गण सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में बच्चे उपस्थित थे। इस अवसर पर बच्चों के साथ-साथ सूर्य नमस्कार और प्राणायाम अधिकारियों ने भी किया। कार्यक्रम में श्री मुकेश दण्डोतिया ने सूर्य नमस्कार कराया। संचालन श्री एस एस तोमर और श्री व्योमेश शर्मा ने किया। विदित हो कि भारत में प्राचीन काल से ही योग को महत्व दिया गया है। बैज्ञानिक आधार पर भी सूर्य नमस्कार और प्राणायाम को जीवन की संजीवनी माना गया है। राज्य शासन द्वारा युवा पीढ़ी को शक्तिशाली और चरित्रवान बनाने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई सामूहिक सूर्य नमस्कार की पहल बच्चों के जीवन में नई स्फूर्ति भरेगी। सूर्य नमस्कार और प्राणायाम को अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल कर अनेक रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके नियमित अभ्यास से शरीर में नई स्फूर्ति पैदा होती है और सर्वोच्च चेतना के विकास के लिए जीवन दायिनी ऊर्जा प्राप्त होती है। शासकीय उत्कृष्ट उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय में इस अनूठे योग महोत्सव सूर्य नमस्कार की शुरूआत बन्देमातरम् के समूह म.प्र. राष्ट्र गान के साथ 12 योग प्रशिक्षक प्राणायाम के साथ आकाशवाणी के माध्यम से मुख्यमंत्री संदेश को सुना गया। (1) प्रार्थना की मुद्रा, (2) हस्त उत्तानासन, (3) पर्वतहस्तासन, (4) अश्व सज्चालनासन, (5)पर्वतासन, (6) अष्टाड़ नमस्कार, (7) भुजंग आसन, (8) पवतासन, (9)अश्व सज्चालनासन, (10) पाद हस्तासन, (11) हस्त उत्तानासन और (12) प्रार्थना की मुद्रा आसन शामिल है। शरीर को मजबूत बनाने के लिए प्राणायाम जरूरी - मुख्यमंत्री सूर्य नमस्कार के अवसर पर आकाशवाणी से प्रसारित संदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि दुनिया में कोई असंभव चीज नहीं है। शरीर स्वस्थ्य होगा तो जीवन स्वस्थ्य रहेगा। हमें अपने शरीर को मजबूत बनाने में योगा और प्राणायाम की आवश्यकता है। आज हम सभी संकल्प लें, कि स्वस्थ्य और मजबूत जीवन के लिए योगा प्राणायाम जरूर करें।