सोनकच्छ(ईन्यूज एमपी)- सोनकच्छ पुलिस थाने की महिला प्रधान आरक्षक का रुपए लेते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस मामले में रुपए देने वाले युवक ने एसपी को वीडियो के साथ महिला प्रधान आरक्षक की शिकायत की है। एसपी ने जांच के आदेश दिए है। बुधवार को नितिन पिता रतनलाल शर्मा निवासी तिलक मार्ग वर्तमान निवास इंदौर ने महिला प्रधान आरक्षक द्वारा चार हजार रुपए रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए देवास एसपी चंद्रशेखर सोलंकी को आवेदन दिया है। फरियादी के पास रिश्वत मांगते हुए प्रधान आरक्षक का वीडियो भी है। साथ ही वीडियो में महिला पुलिसकर्मी ने थाना प्रभारी का हवाला देते हुए कहा कि यदि पैसे नहीं मिले तो थाना प्रभारी तुम्हारी फाइल पर साइन नहीं करेंगे, तब मुझे बेइज्जत होना पड़ेगा। आवेदनकर्ता नितिन ने बताया कि चार अक्टूबर को तिलक मार्ग निवासी अमित उर्फ छोटू पिता अमरसिंह सोलंकी मेरे सोनकच्छ स्थित घर पर तलवार लेकर आया था। उसने मेरे बड़े भाई अमित शर्मा को जान से मारने की धमकी दी थी। मामले में मेरे बड़े भाई ने थाने पर प्रकरण दर्ज कराया था। आवेदनकर्ता ने बताया कि पिछले दिनों सोनकच्छ थाने पर पदस्थ प्रधान आरक्षक रुखमा सौराष्ट्रीय ने फोन कर हमें बुलाया। मंगलवार को आवेदनकर्ता अपने भाई अमित शर्मा के साथ थाने पर पहुंचा। यहां सौराष्ट्रीय ने कहा कि नितिन शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज है। जब हमने कहा कि झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई है। इस पर उन्होंने हमें धमकाते हुए कहा कि मैंने जांच पूरी कर ली है। तुम पर भी 151 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ जमानत के नाम पर चार हजार रुपए की रिश्वत मांगी। कहा गया कि चार हजार रुपए से कम में काम नहीं होगा। पैसे नहीं देंगे तो साहब फाइल पर साइन नहीं करेंगे, मुझे बेइज्जत होना पड़ता है। इधर पूरी घटना का वीडियो भी आवेदक ने एसपी सोलंकी को सबूत के तौर पर प्रस्तुत कि या है। फरियादी ने रिश्वत मांगने वाली प्रधान आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एसपी ने आवेदन के आधार पर जांच के आदेश डीएसपी कि रण शर्मा को दिए हैं। महिला प्रधान आरक्षक का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।