भोपाल(ईन्यूज एमपी)- पिछले विधानसभा सत्र में भाजपा से बागी हुए विधायक नारायण त्रिपाठी ने एक बार फिर पाला बदल लिया है। मंगलवार को पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचे नारायण त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस में कभी गए ही नहीं। कांग्रेस में उनके शामिल होने की खबर झूठी फैलाई गई। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह भी मौजूद थे। राकेश सिंह ने कहा कि नारायण त्रिपाठी भारतीय जनता पार्टी में ही हैं। उन्होंने कभी कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली। विधानसभा में क्रास वोटिंग के सवाल पर उन्होंने कहा कि गलती से बिल के पक्ष में उनका वोट सत्ता पक्ष के साथ चला गया था। उन्होंने भाजपा छोड़ने की बात कभी नहीं की। नारायण त्रिपाठी ने कहा कि वे झाबुआ उपचुनाव में प्रचार करने भी मंगलवार को जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए ट्वीट भी किया था। अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलता रहा हूं और आगे भी मिलता रहूंगा। जुलाई में बदला था पाला: उल्लेखनीय है कि जुलाई में विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा के दो विधायकों नारायण त्रिपाठी (मैहर) और शरद कोल (ब्योहारी) ने क्रास वोटिंग की थी। इसके बाद दोनों मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में भाजपा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस दौरान दोनों विधायको ने कांग्रेस सरकार को समर्थन देने की घोषणा की थी। दोनों विधायकों ने कहा कि वे कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रहे हैं क्योंकि वे अपने विधानसभा क्षेत्रों का विकास चाहते हैं। नारायण त्रिपाठी ने इसे अपनी घर वापसी बताया था । त्रिपाठी 2014 में भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस के विधायक थे। वहीं शरद कोल भी 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले शहडोल में कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे।