हरदा(ईन्यूज एमपी)-टिमरनी जनपद सीं ई ओ वृन्दावन मीणा को हटाने के लिए पूरे टिमरनी ब्लॉक सहित जिले से भी कई पत्रकारों ने स्थानीय जनपद के पास चल रहे धरने प्रदर्शन में पहुच कर अपनी उपस्थिति दर्ज कर उक्त विवादित सी ई ओ को तत्काल हटाने की मांग की वही भाजपा पार्टी के वरिष्ट पदाधिकारीयो एवम कई संगठनों जैसे कबड्डी क्लब कराटे क्लब व्यापारी संघ , किसान संगठन,युवामोर्चा,एबीवीपी वेयरहाउस एसोसिएशन के सदस्यों ने भी आकर अपना समर्थन देते हुए विवादित जनपद सी ई ओ को हटाने की बात कही वही एनएसयूआई ने पूर्व में ही सीईओ के खिलाफ ज्ञापन दे मीडिया का समर्थन किया है। किसान संगठन एवं नहर विभाग के जिला अध्यक्ष दीपचंद नवाद ने बताया कि पत्रकार समाज का आईना होता है लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होने के कारण पत्रकारों की ऐसी बेइज्जती बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी काफी लंबे समय से हम देख रहे हैं कि टिमरनी के मीडिया कर्मियों के द्वारा जनहित के मुद्दे उठाए जाते हैं प्रशासन को सभी मुद्दों से अवगत कराया जाता है पूर्व में जितने भी सीईओ हैं उनमें से किसी भी सीईओ ने इस प्रकार का बर्ताव नहीं किया लेकिन यह विवादित सीईओ जबसे टिमरनी आए हैं तब से इनका व्यवहार अधीनस्थ अधिकारियों से भी अच्छा नहीं है वही भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विजय सावनेर,राधेश्याम डूडी,विनीत गीते,लवकुश अग्रवाल,कमलेश शर्मा,पंकज तिवारी,सागर तिवारी,हरिओम मालवीय,मुकेश शांडिल्य,सन्दीप अग्रवाल,सादिक मंसूरी,अजय राठौर,उत्तम गिरी,नीलेश राठौर,अतुल कनेरिया अमित बिल्ले सहित अन्य सभी वक्ताओं ने कहा कि ऐसे जनपद सीईओ को तत्काल यहां से हटा देना चाहिए क्योंकि इनके यहां रहने से कोई भी बड़ी मुसीबत शासन के सामने खड़ी हो सकती है इसके पूर्व यह जहां भी रहे हैं वहां पर भी विवादित रहें हैइससे शासन को समझना चाहिए कि शांत रहने वाली टिमरनी नगरी के लिए ऐसे अधिकारी का रहना कहीं ना कहीं बड़ी घटना का अंदेशा दे रहा है वही पत्रकार योगेश तिवारी ने बताया कि ऐसे भृष्ट अधिकारी जो कि मीडिया को कवरेज करने से रोकता है और पत्रकारों की बेइज्जती कराने के लिए पुलिसकर्मियों को बुला लेता है इससे यह साफ साबित होता है कि कहीं ना कहीं जनपद के सीईओ के द्वारा होने वाली मीटिंग में कोई भ्रष्टाचार किया जा रहा होगा जिसकी पोल जनता के सामने ना खुल जाए इसी कारण से उन्होंने मीटिंग बंद करके पुलिसकर्मियों को बुला लिया लेकिन हम सब मीडिया कर्मी जब तक भी जनपद के सीईओ का शासन तबादला नहीं कर देता तब तक हम प्रतिदिन धरना प्रदर्शन करते रहेंगे वहीं शासन ने हमारी मांग नहीं मानी तो अपनी कलम के माध्यम से शासन में चल चल रहे भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे और जिम्मेदार अधिकारियों पर शिकवे शिकायत कर कार्रवाई करवाएंगे वही नगर पालिका के पार्षद एवं अध्यक्ष ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर इस मामले में निंदा की है धरने पर बैठे सभी पत्रकार बंधुओं ने एकजुट होकर उक्त विवादित सीईओ के खिलाफ आगे लड़ाई लड़ने का एलान कर दिया है सभी बंधुओं का कहना था कि यह पत्रकारों की इज्जत,मानसम्मान का सवाल हो गया है हम जनता की सेवा करते हैं रात और दिन देखे बिना हमारे द्वारा कई मामलों में शासन से पहले पहुंचकर लोगों की मदद की जाती है उसके बावजूद भी अगर स्थानीय प्रशासन हमारी मांगों को नहीं मानता है तो यह लड़ाई काफी लंबी चलने वाल है। यह है मामला -------------------- विगत मंगलवार को जब स्थानीय जनपद हाल में सामान्य बैठक चल रही थी उस दौरान नगर के चार पांच पत्रकार बंधुओ ने बैठक की फ़ोटो लेने एवं चल रहे मामले के विषय की जानकारी लेना चाही तो जनपद सी ई ओ ने उन्हें बाहर जाने का कह दिया और कहा कि जब तक मे यहाँ पदस्थ हूँ तब तक कोई भी मीडियाकर्मि यह नही आएगा जब इस बात को लेकर मीडियाकर्मियों ने कहा कि सर हम शुरू से ऐसी सभी विभागों की बैठकों में कवरेज करने जाते है कोई भी अधिकारी मन नही करते क्यूंकि मीडिया को सभी प्रकार का कवरेज कर जनता के लिए लिखना पड़ता है इस बात को अगर आप लिखित में दे दे तो हम लोग नही आएंगे क्योंकि हमें भी ऊपर से कवरेज करने के आदेश दिए जाते है इस बात पर सी ई ओ ने उन्हें बैठाकर मीटिंग बन्द करदी ओर पुलिस बुला ली इस पर पत्रकार बंधुओं को भारी बेइज्जती का सामना करना पड़ा था और सभी मीडियाकर्मियों ने बैठक कर sdm अंकिता त्रिपाठी को मिलकर ज्ञापन देकर सी ई ओ को हटाने की मांग रखी थी और दूसरे दिन कमिश्नर महोदय से भी ज्ञापन देकर तीन दिन में हटाने की मांग की गई थी और नही हटाने पर अनिश्चिकालीन धरना देने की बात कही थी जिस पर प्रशासन ने कोई संतोषजनक कार्यवाही नही की ओर इसी कारण से मजबूर होकर सभी मीडियाकर्मियों के द्वारा सोमवार से धरना शुरू किया गया।मीडिया का रोष सरकार या शासन पर नही होकर सिर्फ जनपद सीईओ पर है शासन से मांग की है जो उन्हें पूरी करनी होगी।