enewsmp.com
Home मध्य प्रदेश स्कूल जाने की जगह क्लीनिक चला रहे थे मास्टर साहब,एसडीएम ने मारा छापा....

स्कूल जाने की जगह क्लीनिक चला रहे थे मास्टर साहब,एसडीएम ने मारा छापा....

गुना(ईन्यूज एमपी)- बीनागंज क्षेत्र के ग्राम पीपल्यामोती के शासकीय स्कूल एक मास्साब जनस्वास्थ्य रक्षक का प्रशिक्षण लेकर डॉक्टर बन बैठे। स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ाने के बजाय वे अवैध क्लीनिक खोलकर एलोपैथिक दवाओं से मरीजों का इलाज कर रहे थे।

एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार और मेडिकल ऑफिसर की टीम पहुंची, तो क्लीनिक में यही पाया। तहसीलदार ने क्लीनिक को सील करा दिया। एसडीएम ने मास्साब को बर्खास्त करने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखने की बात कही है।

जानकारी के अनुसार चांचौड़ा एसडीएम राजीव समाधिया को सूचना मिली थी कि महाराजपुरा निवासी सहायक अध्यापक इंदरसिंह भील ग्राम पीपल्यामोती के स्कूल में पदस्थ है। वह स्कूल जाने के बजाय गोया मोहल्ला में अवैध रूप से क्लीनिक चला रहा है।

एसडीएम ने पहले एक कर्मचारी को क्लीनिक भेजकर शिकायत की पुष्टि कराई। फिर तहसीलदार सुधीरसिंह कुशवाह, मेडिकल ऑफिसर डॉ. एसके पटवा, पटवारी महीपत सिंह और चरण सिंह भील को क्लीनिक पर भेजा। वहां इंदरसिंह एलोपैथिक दवाओं से मरीजों का उपचार करते पाया गया। उसने एक महिला को ड्रिप भी लगा रखी थी। तहसीलदार ने उससे डॉक्टर की डिग्री मांगी, तो वह कुछ नहीं दिखा पाया।

उसने कहा कि उसने जनस्वास्थ्य रक्षक का प्रशिक्षण लिया है। इसी आधार पर इलाज करता है। टीम ने वहां मौजूद मरीजों के बयान दर्ज किए। मरीजों ने बताया कि इंदरसिंह 30 रुपए परामर्श शुल्क और दवा का शुल्क अलग से लेता है। इसके बाद तहसीलदार ने क्लीनिक सील करा दिया। अपनी रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी।

Share:

Leave a Comment