रायगढ़(ईन्यूज एमपी)- लैलूंगा थाने में पदस्थ कांस्टेबल संतोष केरकेट्टा (35 साल) ने रविवार सुबह थाने से लगे पुलिस क्वार्टर के किचन में फांसी लगा ली। संतोष जशपुर जिले में फरसाबहार ब्लॉक के तिलगा के रहने वाले थे। आरक्षक संतोष ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें पिछले डेढ़ साल से नाक और मुंह के कैंसर से पीड़ित होने का जिक्र है। उन्होंने शारीरिक और आर्थिक रूप से परेशान होने के बाद ऐसा कदम उठाने की बात भी लिखी है। लैलूंगा पुलिस ने बताया कि थाने के पीछे करीब 15 से 20 मीटर दूर ही पुराने टीआई का सरकारी आवास है। जिसमें तीन रूम व एक किचन हैं। एक रूम में संतोष केरकेट्टा अकेला रहता था। दूसरे कमरे में आरक्षक भोकला राम भगत व हुकुमचंद सिदार थे। तीसरे कमरे में एसआई विजय एक्का निवास करते थे। रविवार की सुबह करीब साढ़े 9 बजे दोनों रूममेट ड्यूटी पर थाने चले गए लेकिन संतोष वहीं रुक गया। थोड़ी देर बाद आरक्षक हुकुमचंद वापस कमरे में पहुंचा तो किचन का दरवाजा खुला हुआ था। उसने अंदर देखा तो संतोष का शव फंदे से झूल रहा था। हुकुम ने तुरंत थाने आकर इसकी सूचना दी। संतोष 2007 बैच का आरक्षक था। लगभग दो साल पहले लैलूंगा थाने में उसकी पोस्टिंग हुई थी। इसके पहले वह पुलिस लाइन उर्दना में था। बीच-बीच में वह छुट्टी लेकर परिवार से मिलने आता था। तीन महीने पहले ही संतोष रायपुर इलाज कराने गया हुआ था। इसके अलावा गांव में भी नियमित रूप से छुट्टी लेकर इलाज कराने जाता था। ड्यूटी के दौरान नियमित रूप से वह दवा का भी सेवन कर रहा था। मृतक की पत्नी फरसाबहार ब्लॉक के तोकड़ा उप स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ नर्स हैं। उसके एक बेटा व एक बेटी है। मृतक के परिजन ने लैलूंगा पुलिस को बताया है कि परिवार में किसी तरह का कोई विवाद नहीं था।