इंदौर(ईन्यूज एमपी)- प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) की परीक्षाओं में अब करेंट अफेयर्स से संबंधित नए प्रश्न पूछे जाएंगे। अब पुराने विषयों से संबंधित प्रश्न कम ही देखने को मिलेंगे। मैथ्स, अंग्रेजी, हिंदी और कम्प्यूटर के विषयों में भी नए प्रश्न शामिल होंगे। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि लम्बे समय से बोर्ड हर परीक्षा में जनरल नॉलेज के एक जैसे प्रश्न पूछते रहा है। इसे लेकर कई बार एक्वसर्ट पैनल की ओर से प्रश्नों का स्तर बदलने की मांग की जाती रही है। बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार भदौरिया का कहना है कि लम्बे समय से प्रश्नों की संख्या और विषयों को बदलने के लिए बोर्ड द्वारा तय की गई कमेटी कर रही है। दो से तीन महीने बाद होने वाली परीक्षाओं में देश और प्रदेश से जुड़े हाल ही में हुए बदलावों को परीक्षाओं के पेटर्न में जोड़ा जाएगा। इसमें सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विषयों से जुड़े ताजा बदलावों को पेपर में शामिल किया जाएगा। कई प्रश्नों का कोई मतलब नहीं रह गया था पीईबी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले ओपी तिवारी का कहना है कि देशभर की परीक्षाएं कराने वाले बोर्ड ने अपने प्रश्नों का स्तर सुधार लिया है, लेकिन पीईबी सालों से एक जैसे प्रश्न परीक्षाओं में पूछ रहा है। इसमें जनरल नॉलेज और हिंदी विषय के कई ऐसे प्रश्न है जिनकी जानकारी रखना किसी के लिए जरूरी नहीं है। इसके मुकाबले बोर्ड अगर हाल ही के सालों में हुए बदलावों से संबंधित प्रश्न पूछेगा तो इससे स्टूडेंट्स का भी नॉलेज बढ़ेगा। इस तरह के नए प्रश्न परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं पीईबी अपनी ज्यादातर परीक्षाओं में जनरल नॉलेज, मैथ्स, अंग्रेजी, हिंदी और कम्प्यूटर विषयों से संबंधित प्रश्न पूछता रहा है। प्रश्न पत्रों में लेटेस्ट में हुए बदलावों से संबंधित प्रश्न कम ही दिखाई देते हैं। अब नए प्रश्न पेपर में जनरल नॉलेज में कुछ महीने या सालों में हुए बदलाव से संबंधित प्रश्न ही पूछे जाएंगे। मैथ्स में भी ऐसे सवाल पूछे जाएंगे जो डेली लाइफ में उपयोग होते हैं। अंग्रेजी में भी ग्रामर के अलावा कम्प्यूनिकेशन स्किल को चेक करने क लिए नए प्रश्न होंगे। हिंदी भाषा पर कितनी पकड़ है, इसकी जानकारी लेने के लिए रोजमर्रा में उपयोग होने वाले प्रश्न पूछे जाएंगे। कम्प्यूटर विषय में वर्ड, एक्सेल और बेसिक जानकारी के अलावा क्लाउड कम्प्यूटिंग, इंटरनेट ऑफ थिंक्स, ईमेल कम्यूनिकेशन, सोशल मीडिया और इंटरनेट के सहीं उपयोग को लेकर प्रश्न परीक्षाओं में देखने को मिलेंगे।