भोपाल(ईन्यूज एमपी)- लाल परेड मैदान पर रविवार को चुनाव ड्यूटी में लगे भोपाल जिले के पुलिसकर्मियों,फॉरेस्ट गार्ड,कोटवार और अलग-अलग विभागों के चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को मतदान किया। कर्मचारियों को मतदान करने में परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस अधिकारियों से कर्मचारियों विवाद हुआ। काफी देर तक कतार में खड़े रहने के बाद मतदान किया। कोटवार और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। क्योंकि उन्हें सुबह 8 बजे से मतदान करने के लिए बुलाया था। 1ः30 बजे तक लाइन में खड़ा रखा। दो बजे उन्हें मतदान करने के लिए बुलाया और फिर से नई लाइन लगवा दी। दिन भर परेशान करने के बाद 6000 में से 4068 कर्मचारी मतदान कर सकें। उप जिला निर्वाचन अधिकारी संतोष वर्मा ने बताया कि बचे हुए कर्मचारियों को 24 नवंबर को मतदान करने का फिर से मौका मिलेगा। छह पोलिंग बूथ पर बनाए गए सिर्फ दो गेट लाल परेड मैदान पर 6000 कर्मचारियों को मतदान करने के लिए 6 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। बूथों तक पहुंचने के लिए केवल दो ही गेट थे। जिन पर छह लंबी लाइनें लगा रखीं थीं। किसी भी कर्मचारी के पास न तो मतदाता पर्ची थी और न ही पोलिंग बूथ व मतदाता क्रमांक की जानकारी। इससे दिन भर बूथों पर अव्यवस्था फैली रही और दोनों गेटों पर भीड़ लगी रही। इससे अधिकतर कर्मचारी मतदान करने के बजाय घर वापस लौट गए। -अव्यवस्था से हुई परेशानी मतदान केंद्रों पर पीने के पानी का इंतजाम नहीं था। शौचालय की व्यवस्था थी नहीं की गई। सुबह से दोपहर तक कर्मचारी लाइन में लगे रहे। अधिकारियों ने उनकी सुध तक नहीं ली। नाश्ते के स्टॉल नहीं लगाए गए। कर्मचारियों को पानी पीने के लिए मैदान से बाहर जाना पड़ा। नाश्ता भी बाहर जाकर किया। इससे कर्मचारियों को मतदान करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।