सतना (ईन्यूज़ एमपी)- आगामी विधानसभा चुनाव में सतना पुलिस के लिए दस्यु प्रभावित मतदान केन्द्रों में चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाना कठिन चुनौती है चुनाव को देखते पुलिस यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के लिए रणनीति तैयार कर रही है, ताकि लोग भयमुक्त माहौल में मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें। हालांकि लंबे समय से रीवा व सतना में करीब 451 मतदान केन्द्र डकैतों के चलते संवेदनशील माने जाते है जिनमे डकैत चुनाव के समय प्रत्याशियों के पक्ष में फरमान जारी करते हैं | विधानसभा चुनाव में तराई के नामी डकैत पुलिस और उम्मीदवारों के लिए चुनौती बनने वाले हैं। सबसे ज्यादा चुनौती कुख्यात डकैत बबुली कोल व लवलेश कोल से मिलने की आशंका है। हाल ही में सतना में किया गया तिहरा अपहरण भी इसी ओर संकेत कर रहा है कि चुनाव से पहले यह वारदात मतदाताओं और प्रत्याशियों पर दबाव बनाने के लिए ही की गई थी। डकैत चुनाव से पहले क्षेत्र में दहशत कायम करना चाहते हैं, ताकि अंतिम समय में किसी व्यक्ति विशेष व पार्टी के पक्ष में फरमान जारी करते हुए प्रभाव उत्पन्न किया जा सके। इसके बदले संंबंधित से डकैतों द्वारा मोटी रकम वसूली जाएगी। सतना, रीवा व पन्ना जिले का कुछ हिस्सा दस्यु प्रभावित है। सतना की चित्रकूट,रैगाँव विधानसभा, रीवा की सिरमौर व सेमरिया का 60-70 फीसदी हिस्सा प्रभावित है। लंबे समय से डकैत इन विधानसभा के मतदाताओं को प्रभावित करते आ रहे है , जिसके कारण इन पोलिंग के परिणाम आने पर खुद चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी भी हैरान हो जाते है| रीवा और सतना जिले के करीब दर्जनभर थाने दस्यु प्रभावित हैं, जिनके अन्तर्गत आने वाली पोलिंग बूथों पर डकैतों का खौफ है। यूपी सीमा से लगे इन थानों में दस्यु मूवमेंट अधिक रहता है और चुनाव के समय डकैत मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। वे विशेष प्रत्याशी के पक्ष में फरमान तक जारी करते है और मजाल है।कि कोई डकैतों का नाम तक जुबान में ले आये रीवा व सतना में करीब साढ़े चार सैकड़ा मतदान केन्द्र संवेदनशील है इनमें सेमरिया, अतरैला, पनवार, डभौरा व जनेह थाना क्षेत्रों में कुल 303 मतदान केन्द्र हैं और सभी संवेदनशील हैं। इसके अलावा सतना जिले में दस्यु प्रभावित इलाकों में 148 मतदान केन्द्र संवदेनशील हैं। इनमें नयागांव में 15, मझगवां 31, धारकुंडी 12, सभापुर 30, बरौंधा 45 व सिंहपुर थाने में 15 मतदान केन्द्र संवेदनशील हैं। साढ़े पांच लाख के इनामी कुख्यात डकैत बबुली कोल की तलाश में सतना पुलिस ने पिछले एक पखवाड़े से सीमावर्ती इलाकों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। इन इलाकों में शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतदान कराना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं। हालांकि इलाके के चप्पे-चप्पे पर पुलिस कॉम्बिंग कर रही है और उप्र पुलिस की भी मदद ली जा रही है।इन दस्यु प्रभावित थाना क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए विशेष सशस्त्र बल की टुकडिय़ां तैनात की जाएंगी। दोनों जिले में कुल 451 ऐसे मतदान केन्द्र हैं जिसमें डकैतों का प्रभाव है और इनको संवेदनशीलता की श्रेणी में रखा गया है। वर्तमान में विधानसभा चुनाव में दस्यु प्रभावित तराई में दो डकैत गिरोह चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें साढ़े 5 लाख का इनामी बबली कोल व डेढ़ लाख का इनामी लवलेश कोल है,। इसके अलावा नवल धोबी की गैंग शामिल है। बबली कोल उत्तरप्रदेश के साथ साथ रीवा व सतना में सबसे ज्यादा सक्रिय है। वहीं नवल धोबी के पकड़े जाने के बाद उसके गिरोह की कमान एक महिला के द्वारा संभालने की सूचना है जो यूपी-एमपी सीमा में आतंक का पर्याय बनी है। सतना पुलिस ने उस पर इनाम घोषित किया है।