रायसेन : खेती को लाभ का धन्धा बनाने के लिए कृषि विभाग के ग्रामीण अमले को खेती की उन्नत और नवीनतम तकनीकों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी रखना आवश्यक है ताकि वे किसानों की जिज्ञासाओं और प्रश्नों का वैज्ञानिक ढंग से समाधान कर सकें। साथ ही किसानों को खेती के बारे में पूरी जानकारी रखनी होगी। यह विचार वन मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार ने देहगांव में आयोजित मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण कार्यक्रम में व्यक्त किए। वन मंत्री डॉ शेजवार ने कहा कि सबसे पहले अपने खेत की मिट्टी के बारे में जानकारी हो कि उसकी तासीर कैसी है, उसमें किस फसल का ज्यादा उत्पादन मिलेगा, कौन सी खाद की कितनी मात्रा में आवश्यकता होगी और किन कीटनाशकों का उपयोग बेहतर होगा। किसानों के पास अपने खेत की मिट्टी से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी होगी तो वे उचित फसलों का चयन कर अधिक उत्पादन ले सकेंगे। इसके लिए भारत सरकार तथा मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मृदा स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले किसान परम्परागत ढंग से खेती करते थे। जानकारी और जागरूकता के अभाव में खाद तथा कीटनाशकों के असंतुलित उपयोग से फसलों का अधिक उत्पादन प्राप्त नहीं हो पाता था। मृदा स्वास्थ्य परीक्षण के बाद हर किसान के पास अपनी मिट्टी की पूरी जानकारी होगी और इस मिट्टी के अनुरूप कौन सी फसल ली जाए, कैसे ली जाए, कितना बीज बोया जाए, कितना खाद डाला जाए, इन सबकी जानकारी कृषि विभाग द्वारा दी जाएगी। डॉ. शेजवार ने कहा कि खेती के साथ-साथ बागवानी और फलोद्यान को भी अपनाना होगा। उन्होंने पशु पालन के भी कई फायदे बताएं। उन्होंने किसानों से कहा कि खेती के कुछ हिस्से में बागवानी अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि किसानों की आमदानी बढ़ेगी तो देश की आमदानी बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था तेजी से गतिमान होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान हमेशा किसानों की चिंता करते हैं और खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने किसानों से कहा कि उन्हें भी जागरूक होना होगा, खुद आगे आना होगा। वन मंत्री डॉ. शेजवार ने अनेक किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड तथा उद्यानिकी विभाग के बीज, खाद तथा कीटनाशक किट का वितरण किया। डॉ शेजवार ने कार्यक्रम स्थल पर लगाई जाने वाली प्रदर्शनियों के बारे में कहा कि प्रदर्शनी में प्र्रदर्शित की गई सामग्री उनके उपयोग, तकनीकों आदि के बारे में सरल ढंग से किसानों को जानकारी भी दी जाए। ताकि किसान लाभान्वित हो सके। तभी प्रदर्शनी लगाना सार्थक होगा। कार्यक्रम में कृषि समिति के अध्यक्ष एवं जिला पंचायत के सदस्य श्री नेतराम कौरव ने मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रहीं विभिन्न योजनाओं तथा सभी के स्वास्थ्य के लिए चलाई जा रही अनेक योजनाओं का उल्लेख किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर श्री जेके जैन ने कहा कि मिट्टी के परीक्षण से उसके पोषक तत्वों की जानकारी होगी जिसके आधार पर खाद, बीज, कीटनाशकों का संतुलित मात्रा में उपयोग कर अधिक उत्पादन लिया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि किसानों को भी बदलते परिवेश में जागरूक होना पड़ेगा। खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए किसानों को उन्नत तकनीक का उपयोग कर कम भूमि में, कम पानी, कम खाद-बीज का उपयोग कर अधिक उत्पादन लेना होगा। कार्यक्रम स्थल पर किसानों के लिए खेती से संबंधित जानकारी के लिए प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता किरार, सांची जनपद अध्यक्ष श्री एस मुनियन, गैरतगंज जनपद अध्यक्ष श्रीमती ममता पोर्ते भी उपस्थित थीं। कार्यक्रम के आरंभ में उप संचालक कृषि श्री एके उपाध्याय ने मृदा स्वास्थ्य परीक्षण कार्ड के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 2500 किसानों के मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाए गए हैं। कार्यक्रम का संचालन सहायक संचालक आत्मा श्री रविन्द्र मोदी ने किया।