इंदौर: मध्यप्रदेश के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में पहली बार इंदौर के महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय के अस्थि रोग विभाग में माइक्रोप्लास्टी द्वारा घुटने के जोड़ का सफल प्रत्यारोपण सम्पन्न किया गया। अस्थि रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.दिनेश सोनकर के द्वारा विभाग के अन्य वरिष्ठ विशेषज्ञों डॉ.दीपक मंत्री एवं डॉ.लक्ष्मण बनोधा के साथ मिलकर यह ऑपरेशन गत 07 दिसम्बर, 2015 को किया गया। ग्राम तराना जिला उज्जैन की रहने वाली मरीज श्रीमती नूरजहाँ उम्र 58 वर्ष विगत दो वर्षों से घुटने के जोड़ की ऑस्टियोऑर्थराइटिस (घुटने के जोड़ घिस जाना) से पीड़ित होकर सामान्य जीवन यापन की गतिविधियों में कठिनाई अनुभव कर रही थीं। उक्त मरीज के दाहिने घुटने का प्रत्यारोपण भी विभाग द्वारा टोटल नी रिप्लेसमेंट (पूर्ण घुटने का प्रत्यारोपण) द्वारा तीन महीने पहले किया गया था, इस बार उनके बांये घुटने का ऑपरेशन विभाग द्वारा विभागाध्यक्ष डॉ.दिनेश सोनकर के नेतृत्व में माइक्रोप्लास्टी द्वारा यूनीकंडालइजर ऑक्सफोर्ड मोबाइल बेयरिंग इम्पलांट लगाकर सम्पन्न किया गया। उपरोक्त माइक्रोप्लास्टी के ऑपरेशन द्वारा मरीज के घुटने का सिर्फ घिसा हुआ भाग ही बदला जाता है, जिससे घुटने का सामान्य भाग एवं घुटने के समस्त तंतु (लिगामेंट्स) बचे रहते हैं। यह ऑपरेशन अत्यंत छोटे से चीरे से किया जाता है, जिससे पूरे घुटने की चीरफाड़ नहीं करना पड़ती है तथा ऑपरेशन के दौरान रक्त रिसाव बहुत कम रहता है। इससे ऑपरेशन के बाद मरीज की रिकवरी बहुत तेजी से होती है एवं ऑपरेशन के कुछ घंटों बाद ही मरीज चलना प्रारंभ कर सकता है एवं घुटने की पूर्ण एवं सामान्य चलन क्षमता मरीज शीघ्र ही प्राप्त कर पाता है, जिससे भविष्य में मरीज द्वारा पालथी लगाना एवं उकडू बैठना भी संभव हो सकता है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.एम.के.राठौर ने बताया कि उक्त ऑपरेशन में निःश्चेतना विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के.के.अरोरा, वरिष्ठ निःश्चेतक डॉ. रश्मि पाल, आर.एम.ओ. डॉ. रवि बर्डे, डॉ. डिम्पल एवं आर.एस.ओ. डॉ. कपिल खरे इत्यादि का विशेष सहयोग रहा। विभाग द्वारा माइक्रोप्लास्टी की शुरूआत से घुटने के जोड़ घिस जाने की बीमारी से ग्रस्त गरीब मरीजों के लिये एक अत्याधुनिक इलाज की एक सुविधा शासकीय चिकित्सालय में उपलब्ध हो गई है। गरीब मरीज इन सुविधाओं का लाभ लेने हेतु प्रशासन द्वारा प्रचलित योजनाओं जैसे राज्य बीमारी सहायता निधि इत्यादि के माध्यम से घुटने एवं कूल्हे के प्रत्यारोपण शासकीय चिकित्सालय में करवा सकते हैं।