जबलपुर: कलेक्टर शिवनारायण रूपला ने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को रफ्तार देने के लिए आज लगातार दूसरे दिन भी कई खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को खरीदी केन्द्रों पर आई धान की तुलाई, परिवहन और भण्डारण में तेजी लाने के निर्देश दिये तथा खरीदी गई धान की कीमत का भुगतान किसानों के बैंक खाते में शीघ्र करने की हिदायत दी। कलेक्टर ने खरीदी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान किसानों से भी चर्चा की। श्री रूपला धान खरीदी व्यवस्था की मैदानी हालात जानने आज पनागर, भरदा, कुशनेर और कछपुरा खरीदी केन्द्रों तथा सिहोरा कृषि उपज मण्डी स्थित तीन खरीदी केन्द्रों में गये। इस दौरान उन्होंने धान की तुलाई से लेकर परिवहन एवं भण्डारण का ब्यौरा समिति प्रबंधकों से लिया। श्री रूपला ने खरीदी केन्द्रों पर रखी तुली हुई धान और कम्प्यूटर में ऑनलाइन दर्ज किये गये खरीदी के आंकड़ों में बड़ा अंतर दिखाई देने पर जमकर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि धान की तुलाई के साथ ही उसी दिन उसकी ऑनलाइन एन्ट्री भी की जानी चाहिए। श्री रूपला ने कहा कि अब यदि ऐसी स्थिति पाई गई तो संबंधित समिति प्रबंधक के साथ धान खरीदी व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जायेगी। कलेक्टर ने खरीदी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान परिवहन में विलंब की मिली शिकायतों को भी दूर करने की हिदायत अधिकारियों को दी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि उन स्थानों पर जहां भण्डारण केन्द्रों पर ही खरीदी केन्द्र स्थापित किये गये हैं वहां संबंधित समिति को ही धान के परिवहन की तुरंत अनुमति दी जाये ताकि भण्डारण के काम में गति लाई जा सके। उन्होंने कहा कि खरीदी केन्द्रों से धान के परिवहन एवं भण्डारण में किसी भी तरह का विलंब बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। श्री रूपला ने सिहोरा कृषि उपज मण्डी स्थित धान खरीदी केन्द्रों पर प्रकाश के पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश मण्डी सचिव को दिये। किसानों से चर्चा के दौरान सिहोरा मण्डी में खरीदी केन्द्रों से धान चोरी की मिली शिकायतों को भी श्री रूपला ने गंभीरता से लिया। उन्होंने मण्डी अधिकारियों को कार्रवाई की चेतावनी देते हुए यहां तत्काल पर्याप्त संख्या में सुरक्षा गार्ड तैनात करने की हिदायत दी। श्री रूपला ने धान खरीदी में औसत अच्छी किस्म (एफ.ए.क्यू.) के मापदण्डों को ध्यान रखने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि धान में तय मानक से अधिक नमी होने की स्थिति में किसानों को समझाईश दी जानी चाहिए। श्री रूपला ने निरीक्षण के दौरान भण्डार गृहों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने किसानों से खरीदी गई धान के भण्डारण में गति लाने के लिए पर्याप्त संख्या में हम्मालों और श्रमिकों की व्यवस्था करने की हिदायत दी। उन्होंने भण्डारण केन्द्रों पर नमी मापक यंत्र से धान में नमी की जांच भी की। खरीदी केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर के साथ जिला विपणन अधिकारी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अधिकारी भी मौजूद थे। अब तक 1 लाख 34 हजार क्विंटल धान खरीदी गई जिले में किसानों से आज शाम तक 1 लाख 34 हजार क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी थी। जिला विपणन अधिकारी पीयूष बघेल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि खरीदी गई धान की कीमत करीब 20 करोड़ रूपये है। उन्होंने बताया कि इसमें से 50 प्रतिशत धान का परिवहन और भण्डारण किया जा चुका है। श्री बघेल के मुताबिक अभी तक जिले के 58 खरीदी केन्द्रों में से 47 खरीदी केन्द्रों में धान की खरीदी प्रारंभ कर दी गई है। शेष खरीदी केन्द्रों में भी धान का उपार्जन शीघ्र प्रारंभ हो जायेगा।