राजगढ़: महिला देश के विकास में बराबर की भागीदार हैं। वे पुरूषों से कई क्षेत्रों में बहुत आगे हैं। वे अपना भविष्य बनाने और जीवन तय करने के लिए पूर्णतः स्वतंत्र हैं। वे पढे,आगे बढे,मलाला और सायना नेहवाल बने। बाल विवाह और अर्थ आधारित नातरा प्रथा का पुरजोर विरोध करें। समाज भी बाल विवाह और अर्थ आधारित नातरा जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करने में सकारात्मक सोच ने साथ आगे आएं और सहयोगी बने। यह बात यहां जीरापुर में बाल विवाह और अर्थ आधारित नातरा जैसी कुप्रथाओं को समाप्त करने आयोजित अनुभूति संवाद में कलेक्टर श्री तरूण कुमार पिथोडे ने कही। उन्होंने बेटी-बेटा का बाल विवाह और रूपये-पैसे का लेन-देन कर नातरा नही करने का सभी बच्चों और उनके अभिभावकों का आव्हान किया। उन्होंने कहा की कुप्रथाओं का विरोध करें। जिला प्रशासन पूरी तरह से उनके साथ है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक श्री हजारीलाल दांगी ने कहा की जिले में बालिका शिक्षा दर में वृद्धि हुई है। उन्होंने बाल विवाह और अर्थ आधारित नातरा जैसी कुप्रथा के उन्मूलन के लिए बेटियों को संकल्प लेने की बात कही। उन्होंने कहा की अर्थ आधारित नातरा में झगड़ा मांगने से बेटी,उसके माता-पिता सहित ग्रामीण परेशान होते हैं। इसमें समाज का कोई हित नही है। इसे मिटाने के लिए सभीजन सहयोग करें। इस अवसर पर जीरापुर नपाध्यक्ष,जनपद अध्यक्ष,अनुविभागीय अधिकारी राजस्व खिलचीपुर-जीरापुर श्रीमति लक्ष्मी गामड,श्री के.के.नागर ने भी संबोधित किया और बाल विवाह तथा अर्थ आधारित नातरा को समाप्त करने उपस्थितजनों को प्रेरित किया। शा.कन्या हायर सेकण्ड्री विद्यालय जीरापुर में आयोजित इस काय्रक्रम में विद्यालय की छात्राओं ने बाल विवाह और अर्थ आधारित कुप्रथा नातरा को समाप्त करने संदेशात्मक लघुनाटिका की प्रस्तुती दी। आयेजित कार्यक्रम का संचालन श्री राधेश्याम पुरवीया ने किया। कार्यक्रम के अंत में कलेक्टर श्री पिथोडे ने क्षेत्र से बाल विवाह और अर्थ आधारित नातरा जैसी कुरूतियों को समाप्त करने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण, क्षेत्रीय जनप्रतिनिध एवं क्षेत्रीय नागरिकगण मौजूद रहे।