रायसेन: दुनिया के अनेक निःशक्त व्यक्तियों ने अपनी इच्छा शक्ति से निःशक्तता को मात देकर अनेक कीर्तिमान बनाए है। दृ़ढ़ इच्छा शक्ति हो तो आगे बढ़ने में निःशक्तता भी बाधा नहीं बनती। यह विचार कलेक्टर श्री जेके जैन ने विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर सामाजिक न्याय विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर व्यक्त किए। कलेक्टर श्री जैन ने निःशक्तजनों की योग्यताओं और क्षमताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उनमें विशेष योग्यता होती है। श्री जैन ने दुनिया में अपना नाम रौशन करने और विशेष पहचान बनाने वाले व्यक्तियों का भी उल्लेख किया। श्री जैन ने अभिभावकों और समाज के सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने व्यवहार से निःशक्त बच्चों को कभी भी निःशक्तता का अहसास न दिलाएं। उनमें निराशा का भाव नहीं आने दे। उन्हें प्रोत्साहित करें कि उनमें जो प्रतिभा है उस क्षेत्र में आगे बढ़ें। श्री जैन ने कहा कि निःशक्तजनों के सर्वांगीण विकास और कल्याण के लिए पूरे समाज को सहयोग करना होगा। श्री जैन ने हरी झण्डी दिखाकर खेल-कूद प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस प्रतियोगता के आयोजन में सर्व शिक्षा अभियान तथा सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दिए गए सहयोग की कलेक्टर ने सराहना करते हुए कहा कि यह हम सभी का सामाजिक दायित्व है। कार्यक्रम के आरंभ में सामाजिक न्याय विभाग की उप संचालक श्रीमती प्रमिला वायकर ने इस आयोजन के संबंध जानकारी दी। इस अवसर पर डीपीसी श्री आनन्द शर्मा, जिला खेल अधिकारी श्रीमती वाणी साहू तथा सेन्ट्रल बैंक के प्रबंधक श्री शरद अग्रवाल भी उपिस्थत थे। करेक्टिव सर्जरी कराने की अपील कलेक्टर श्री जेके जैन ने उन निःशक्तजनों और उनके अभिभावकों से करेक्टिव सर्जरी कराने की अपील की जो करेक्टिव सर्जरी से पूर्णतः ठीक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अनेक निःशक्तजन और अभिभावक संकोच और भ्रांतियों के कारण सर्जरी नहीं कराते और आजीवन निःशक्त जीवन जीते हैं जबकि वे पूर्णतः ठीक हो सकते हैं। श्री जैन ने कहा कि मई माह में विशाल निःशक्तजन शिविर में जिले के जो निःशक्तजन लाभान्वित होने से वंचित रह गए हैं वे सामाजिक न्याय विभाग या अपने पंचायत सचिवों, जनपद सीईओ से सम्पर्क कर सकते हैं। ऐसे निःशक्तजनों का नाम एक समाचार पत्र द्वारा भोपाल में आयोजित निःशक्तजन शिविर के लिए भेजा जाएगा।