हम होंगे कामयाब के संकल्प के साथ त्रिवेणी से हुई शिप्रा शुद्धीकरण मुहिम की शुरूआत, मंत्री, विधायक, संभागायुक्त और कलेक्टर ने शहर के नागरिकों से भी अभियान का हिस्सा बनने की कि अपील, शिप्रा शुद्धीकरण अभियान को बनाए जन अभियान- संभागायुक्त डॉ. पस्तोर उज्जैन: हम होंगे कामयाब के संकल्प के साथ बुधवार को त्रिवेणी घाट से शिप्रा शुद्धीकरण अभियान का आगाज हुआ। सात दिनों तक चलने वाली प्रशासन की इस मुहिम के पहले दिन त्रिवेणी घाट का नजारा कुछ हटकर था। एनसीसी और एनएसएस के केडैट्स के साथ ही होमगार्ड के जवानों के हाथों ने जिम्मेदारी उठाई थी, मोक्षदायिनी पुण्य सलिला शिप्रा के त्रिवेणी तट पर साफ-सफाई की। साथी हाथ बढ़ाना की तर्ज पर संचार प्रतिनिधियों, जनअभियान परिषद के सदस्यों, फ्रेण्ड्स ऑफ शिप्रा के सदस्यसों के साथ ही महाविद्यालयों में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों ने भी उत्साह के साथ इस मुहिम में हिस्सा लिया। अभियान के शुभारंभ के अवसर पर प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री पारसचंद जैन, विधायक डॉ. मोहन यादव और सिंहस्थ मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री दिवाकर नातू ने शिरकत की। सभी ने अभियान में शामिल होकर श्रमदान करने वाले सभी नागरिकों की सराहना की व स्वयं शिप्रा के शुद्धीकरण का हिस्सा बने। इस मौके पर प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री श्री जैन ने इस अभियान को सार्थक पहल बताया। साथ ही उन्होंने समस्त नागरिकों से अपील की कि वह अपनी रूढ़िवादिता को समाप्त करें और नदी में पूजन सामग्री आदि विसर्जित न करें। आप समझें कि इससे भी नदी प्रदूषित होती है। वहीं विधायक डॉ. मोहन यादव व सिंहस्थ मेला प्राधिकारण के अध्यक्ष श्री नातू ने भी शिप्रा शुद्धीकरण अभियान के महत्व को बताते हुए आम नागरिकों से इसमें जुड़ने की अपील की। संभागायुक्त व कलेक्टर ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा संभागायुक्त डॉ. रवीन्द्र पस्तोर, कलेक्टर कवीन्द्र कियावत, सीसीएफ बी.एस. दुबे और मेला अधिकारी व निगमायुक्त अविनाश लवानिया ने इस दौरान त्रिवेणी घाट से प्रशांतिधाम तक व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर इन अधिकारियों द्वारा प्रशांतिधाम पर श्रमदान भी किया गया। अपने निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त डॉ. रवीन्द्र पस्तोर ने त्रिवेणी घाट में नदी संगम स्थल पर जाली लगवाने के निर्देश दिये। वहीं नदी के मध्य से टापू को विकसित करने कि भी बात कही। सामाजिक संस्थाओं को अभियान में जोड़ें त्रिवेणी घाट से प्रारंभ शिप्रा शुद्धीकरण अभियान में शहर की सभी सामाजिक संस्थाओं, प्रायवेट कॉलेज के पतिनिधियों को जोड़ने के निर्देश संभागायुक्त डॉ. पस्तोर ने कलेक्टर श्री कियावत को दिये। उन्होंने ने मेला अधिकारी अविनाश लवानिया को भी इस अभियान में संत समाज को आमंत्रित करने के आदेश दिये। साथ ही डॉ. पस्तोर ने शहर के व्यावसायिक, राजनैतिक, धार्मिक सभी वर्गों के लोगों को भी इसमें जुड़ने का आव्हान किया। शिप्रा शुद्धीकरण में सहभागिता गौरव की बात शिप्रा शुद्धीकरण अभियान के पहले दिन के समापन पर शिप्रा शुद्धीकरण के कार्य में सहभागिता को संभागायुक्त डॉ. पस्तोर ने गौरव की बात बताया। उन्होंने कहा कि शिप्रा अति प्राचीन और पौराणिक नदी है। इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व गंगा से भी अधिक है। यह मोक्षदायिनी है और नदी की शुद्धता धर्म का कार्य है। इसमें आपकी सहभागिता सराहनीय है। शिप्रा नदी के शुद्धीकरण के लिए आप स्वयं यहाँ आये आपने सहभागिता की, ऐसे ही प्रयासों से शिप्रा शुद्ध हो सकती है। शिप्रा के शुद्धीकरण के अभियान को आइए आप और हम जन अभियान बनाएं। इस अवसर पर कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने भी इस मुहिम के तहत श्रमदान करने वालों के कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत के अभियान में आपका यह योगदान अविस्मरणीय है। क्योंकि अपने लिए जीने से बेहतर है समुदाय के लिए जीना। मेला कार्यालय द्वारा दिया जाएगा प्रमाण पत्र शिप्रा शुद्धीकरण अभियान के पहले दिन के समापन पर मुख्य वन संरक्षक वी.एस दुबे ने इसमें शामिल हुए सभी जनों का आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि संभागायुक्त डॉ. रवीन्द्र पस्तोर के निर्देश पर अभियान में भागीदारी करने वालों को मेला कार्यालय द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाएगा। दिलाया संकल्प अंत में कलेक्टर कवीन्द्र कियावत ने उपस्थितजनों शिप्रा शुद्धीकरण का संकल्प दिलाया। उन्होंने सभी को सिंहस्थ 2016 को दृष्टिगत रखते जल ग्रण क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए जल संरक्षण, मृदा सरंक्षण, पर्यावरण संरक्षण, भू-जल संरक्षण, जैविक खेती के लिए तन-मन-धन से तथा पूर्ण निष्ठा, लगन समर्पण भाव से कार्य करने और हमारी सांस्कृति चेतना के प्रति शिप्रा नदी को सतत प्रवाहमान बनाए रखने के लिए संपूर्ण जलग्रहण क्षेत्र को हरा-भरा करने व समस्त प्रदूषण से मुक्त रखने का संकल्प दिलाया। शिप्रा मित्र हस्ताक्षर अभियान हुआ प्रारंभ शिप्रा शुद्धीकरण के साथ ही त्रिवेणी घाट पर शिप्रा मित्र हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत हुई। इसमें भी उपस्थित नागरिकों ने बढ़-चढकर हिस्सा लिया। इस दौरान बीएड के छात्र पारसराम कपाडि़या द्वारा प्लास्टिक का डामर बनाने के मॉडल का प्रदर्शन भी किया गया। आज प्रशांतिधाम से गऊ घाट तक होगा शुद्धीकरण का कार्य शिप्रा के शुद्धीकरण के लिये चलाये जा रहे अभियान की यह मुहिम सात दिनों तक चलेगी। इसमें 25 नवम्बर को त्रिवेणी घाट से प्रशांति धाम तक शुद्धीकरण का कार्य किया गया। इसी तरह 26 नवम्बर को प्रशांति धाम से गऊघाट तक, 27 नवम्बर को गऊघाट से लाल पुल तक, 28 नवम्बर को लाल पुल से भूखी माता (गुरूनानक घाट), 29 नवम्बर को गुरूनानक घाट से ऋणमुक्तेश्वर घाट, 30 नवम्बर को ऋणमुक्तेश्वर से मंगलनाथ घाट और एक दिसम्बर को मंगलनाथ घाट से अंगारेश्वर व सिद्धनाथ घाट तक शिप्रा के शुद्धीकरण का अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान में एनसीसी, एनएसएस और स्काऊट एण्ड गाइड के साथ ही स्वयंसेवी संस्थाएं एवं जनअभियान परिषद के कार्यकर्ता शामिल होंगे। सीसीएफ श्री दुबे ने इस मुहिम में संचार प्रतिनिधियों एवं शहर के नागरिकों से भी शामिल होने का आग्रह किया है।