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किसानों की चौपाल में फसलो की नुकसान से अवगत हुआ केन्द्रीय दल

उमरिया : जिले में अल्प वर्षा एवं सूखे से प्रभावित फसलों का जायजा लेने के लिए भारत सरकार का केन्द्रीय दल मानपुर विकासखण्ड के ग्राम गोवर्दे पहुचकर किसानों की चौपाल में रूबरू होते हुए खरीफ की प्रभावित फसलों ,चालू रबी सीजन की बोनी ,खाद बीज की उपलब्धता, सिंचाई के संसाधनों, एवं आगामी ग्रीष्मकाल तक पेयजल के संबंध में विस्तार से चर्चा की।
केन्द्रीय दल में कृषि समिति के अमिताभ गौतम, दलहन विकास संघ के निर्देशक ए के तिवारी अन्य अधिकारी ,आयुक्त शहडोल संभाग श्री डीपी अहिरवार, कलेक्टर केजी तिवारी, वनमण्डलाधिकारी श्री एम एल लाड़िया, अपर कलेक्टर श्री एस बी सिंह, कार्यपालन यंत्री सिंचाई विभाग, एसडीएम मानपुर, बांधवगढ़, उप संचालक कृषि, सहायक संचालक मत्स्य, तहसीलदार , जनपद अध्यक्ष मानपुर राम किशोर चतुर्वेदी, शारदा गौतम सहित बड़ी संख्या में किसान गण उपस्थित रहे।
गोवर्दे में केन्द्रीय दल के पहुचने पर किसानों का हुजूम एकत्र हो गया और कतिपय किसानों ने सूखे से प्रभावित धान की फसल दिखाया जो लगभग 70 प्रतिशत तक प्रभावित थी।अब साल भर खाने की ब्यवस्था का आसरा टूट गया है सारी फसल नष्ट हो गई ,ऐसी स्थिति में सरकार पर ही भरोसा है। केन्द्रीय दल में शामिल अमिताभ गौतम ने सहजता से किसानों की बात सुनी और उनके दुख में दुख प्रकट करते हुए कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार किसानों की हरसंभव सहायता करेगी। उन्होने किसानों से कहा है कि कम वर्षा वाली एवं मिश्रित फसलों की बोनी करें जिससे एक फसल खराब होने के बाद भी दूसरी फसल कुछ सहारा के लिए बची रहे।
इस अवसर पर केन्द्रीय दल ने कृषि विभाग के अधिकारियों से पूछ ताछ की कि खरीफ फसल सूखा से प्रभावित होने के पश्चात रबी के तैयारी के लिए क्या कदम उठाये गये हैं। इस पर उपसंचालक कृषि ने अवगत कराया कि लगभग 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसल के बोनी का लक्ष्य रखे हुए किसानों को हल्के किस्म एव कम पानी से पकने वाली फसलों के बीज उपलब्ध कराने के साथ साथ मिश्रित खेती करने का सुझाव कृषि संगोष्ठियों के माध्यम से किसानों को दिया जा रहा है।
इस अवसर पर कलेक्टर केजी तिवारी ने सूखा से निपटने के लिए जिला प्रशासन व्दारा अब तक की गई तैयारियों से केन्द्रीय सूखा राहत दल को अवगत कराया। उन्होने बताया कि जिले के प्रत्येक ग्रामों के फसल का सर्वेक्षण पूरा किया जाकर राहत पत्रक तैयार किये जा रहे हैं। पेयजल को दृष्टिगत रखते हुए जिले को जल अभावग्रस्त जिला घोषित कर दिया गया है इसके तहत नवीन हैण्डपम्प एवं ट्यूबबेल खनन के साथ ही सिंचाई के पानी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है जिससे पशु पक्षी जानवर एवं नागरिकों को पेयजल उपलब्ध होता रहे। कलेक्टर केजी तिवारी ने यह भी बताया कि सभी पंचायतों में श्रममूलक रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश सरपंच सचिवों को दिये गये हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में कार्य भी प्रारंभ कर दिये गये हैं।
इस अवसर पर आयुक्त शहडोल संभाग ने केन्द्रीय दल को बताया कि किसानों को रबी में भी ज्यादा उत्पादन की उम्मीद नही है। अभी तक केवल 10 हजार एक्टेयर में ही बोनी हो पाई है। यदि पानी नही गिरता तो फसल प्रभावित होगी। जिले में विभिन्न श्रोतो से मात्र 13000 हेक्टेयर रकवे में रबी के लिए एक बार पानी देने की ब्यवस्था रहेगी।
सूखा राहत दल ने खेत में देखी धान की फसल
केन्द्रीय दल गोवर्दे में पहुचकर खेत में खडी फसल का निरीक्षण किया जिसमें कमजोर दाने यह बया कर रहे थे कि कम पानी के कारण 50 प्रतिशत नुकसान हुआ है जबकि धान की बाली बहुत अच्छी थी लेकिन 50 प्रतिशत दाने बदरा हो चुके थे। इसी प्रकार खरीफ की अन्य फसलों के नुकसान के संबंध में केन्द्रीय दल को अवगत कराया गया कि इस वर्ष मात्र मक्का की फसल अच्छी थी लेकिन अनुपातिक रूप से कम रकवे में खेती होती है।

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