enewsmp.com
Home मध्य प्रदेश टीकाकरण के प्रति जागरूक रहें माता-पिता

टीकाकरण के प्रति जागरूक रहें माता-पिता

टीकमगढ़: टीकाकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम के प्रति समाज को सजग और कर्तव्यवान होना चाहिए। अच्छे व स्वस्थ्य जीवन के लिए समय सीमा में सम्पूर्ण टीकाकरण आवश्यक है। जागरूकता के अभाव के चलते टीकाकरण कार्यक्रम को अपेक्षित सफलता नहीं मिली लेकिन अब अच्छे परिणाम दिखाई देने लगे है। भारत सरकार के क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय छतरपुर एवं उज्जैन द्वारा पलेरा अस्पताल परिसर में शुक्रवार को आयोजित कार्यशाला सह जनसंवाद कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष पर्वतलाल अहिरवार ने ये विचार व्यक्त किये। श्री अहिरवार ने कहा कि स्वास्थ्य अमला विशेषकर आशा और ऑगनवाडी की बहनें जन स्वास्थ्य से जुड़े कार्य को सजगता और जिम्मेदारी से करें। इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अहिरवार ने कहा कि शिशुओं के माता-पिताओं को भी जागरूक रहकर आगे आना चाहिए और बच्चों के टीकाकरण के प्रति चिंता होनी चाहिए। उन्होंने पोलियो अभियान की तरह मिशन इन्द्रधनुष को भी जन आंदोलन बनाने का आहवान् किया।
जनसंवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी डी.एन. अग्निहोत्री ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 50 प्रतिशत से कम टीकाकरण वाले जिलों में मिशन इन्द्रधनुष के तहत् टीकाकरण कार्यक्रम पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। टीकमगढ़ सहित छतरपुर और पन्ना जिले भी इसमें शमिल है। श्री अग्निहोत्री ने मिशन इन्द्रधनुष अभियान की विस्तार से जानकारी दी। श्री अग्निहोत्री ने टीकाकरण कार्यक्रम के अर्न्तगत स्तनपान के महत्व, गर्भवती माताओं की देखभाल व सुरक्षित प्रसव के साथ ही जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि अब अधिकांश प्रसव अस्पतालों में हो रहे है।
इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय के प्रचार अधिकारी एवं कार्यालय प्रमुख डी.एस.परमार ने कहा कि मिशन इन्द्रधनुष टीकारण अभियान के बाद इन जिलों में टीकारण के प्रतिशत में इजाफा हुआ हैं । श्री परमार ने कहा कि शिशु एवं मातृ मत्यु दर में कमी लाने के लिए गर्भवती महिलाओं तथा शिशुओं का टीकाकरण आवश्यक है। एक सवाल के जवाब में डॉ महेन्द्र कोरी ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष टीकाकरण के बाद 72 प्रतिशत हो गया है जिसे शत-प्रतिशत किये जाने के प्रयास किये जा रहे है। कार्यक्रम में शिरकत कर रहे स्वास्थ्य विभाग के डीसीएम ऋषि कुमार ने कहा कि एक महिला ही महिला की प्रसव पीडा समझ सकती है, इसीलिए आशा का चयन किया गया। शिशु एवं मातृ मत्युदर में कमी लाने में आशा का योगदान सराहनीय है। डीसीएम श्री कुमार ने कहा कि आशाए अपने कार्यो एवं दायित्यों को अच्छे से समझे ताकि अनावश्यक परेशानियों से बच सकें। उन्होंने आशा सम्बन्धी समस्त पहलुओं और कार्य एवं दायित्यों के साथ ही ग्रामीणजनों से अपेक्षित सहयोग के बारे चर्चा की।
स्वस्थ्य शिशु हुए पुरस्कृत
सही जवाब देने वालो को मिले पुरस्कार

मिशन इन्द्रधनुष तथा शिशु एवं मातृ कार्यक्रम पर आयोजित कार्यशाला में स्वस्थ्य शिशुओं की माताओं श्रीमती सुनीता यादव रेनरू, श्रीमती विद्या सेन फूलपुर और श्रीमती सुमन नापित बराया को पुरस्कृत किया गया तो वही प्रश्नमंच कार्यक्रम में सही जवाब देने वालों को क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय की ओर से ईनाम दिये गये। इस अवसर पर ऑगनवाडी कार्यकर्ता हलीमा बानों ने बेटी बचाओं बेटी पढाओं पर आधारित गीत सुनाया जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान बुन्देलखण्डी गीतों ने खूब गुदगुदाया।
इस अवसर पर विकास खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ आर्य एवं बीसीएम कुणाल चतुर्वेदी, बडी संख्या में आशा, ऑगनवाडी, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित अन्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन बीसीएम कुणाल चतुर्वेदी ने किया, आभार डीसीएम ऋषि कुमार ने माना।

Share:

Leave a Comment