शहडोल : उमरिया जिले के करकेली विकास खण्ड के ग्राम घुलघुली में गत दिवस मातृ व शिशु स्वास्थ्य तथा इंद्रधनुश मिशन पर दो दिवसीय विविध जागरूकता प्रचार कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय शहडोल द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत ग्रामीणों के स्वास्थ्य परीक्षण, शिविर के आयोजन से किया गया। जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करकेली के खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. के.एल. बघेल एवं उनकी टीम द्वारा ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया एवं उन्हें निःशुल्क दवाईयां वितरित की गई। कार्यक्रम के उद्देश्यों पर क्षेत्रीय प्रचार प्रसार अधिकारी श्री पी.एल.संत ने प्रकाश डालते हुए कहा कि इस जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य मातृ एवं शिशु के स्वास्थ्य की रक्षा करना है। उन्होने कहा कि जागरूकता की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के महिलाओं और बच्चों में कई बीमारियां पनपती हैं, इन बीमारियों के कारण बच्चे और महिलाएं कुपोषण का शिकार हो जाती हैं। उन्होने कहा कि छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देने और स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतने से हम कई जान लेवा बीमारियों से बच सकते हैं। जागरूकता कार्यक्रम में आईईसी सलाहकार विवेक सोनी ने कहा कि परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए माता का स्वस्थ्य होना आवश्यक है, उन्होने कहा कि परिवार तभी सुखी होगा जब माता सुखी और स्वस्थ्य होगी। उन्होने कहा कि माताओं के स्वास्थ्य पर ध्यान देना आज की आवश्यकता है। जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुये डी.सी.एम. निधि अग्रवाल ने सुरक्षित मातृत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि सुरक्षित मातृत्व के लिए माताओं को पौष्टिक आहार की उपलब्धता, टीकाकरण आदि आवश्यक है। उन्होने कहा कि गर्भावस्था काल मे माताओं के स्वास्थ्य का समय-समय पर परीक्षण करना भी आवश्यक है। उन्होने लोगों से अपील करते हुये कहा कि वे सुरक्षित प्रसव हेतु संस्थागत प्रसव कराएं। इस अवसर पर स्वास्थ्य आधारित ईनामी प्रश्न मंच का भी आयोजन किया गया जिसमें सही जबाब देने वाले प्रतिभागियों को पुरूस्कृत किया गया। जागरूकता कार्यक्रम के द्वितीय दिवस मैदानी कार्यकर्ताओं व ग्राम के ओपिनियन लीडर को लेकर स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योजनाओं से संबंधित परिचर्चा का आयोजन किया गया। इसके बाद तीन वर्गों में आयु के आधार पर स्वस्थ्य शिशु एवं स्वस्थ्य माता स्पर्धा का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की बालिकाओं को लेकर किशोरी बालिकाओ के उचित स्वास्थ्य और उनकी व्यक्तिगत स्वच्छता विषय पर परिसंवाद का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में जिला चिकित्सालय उमरिया से राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के समन्वयक श्री बी.आर. रहांगडाले, दस्त प्रबंधन इकाई की जिला समन्वयक श्रीमती अभिलाषा सिंह ने किशोरी अवस्था में प्राकृतिक रूप से परिवर्तन होने पर आवश्यक सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं उनकी जिज्ञासाओं को दूर किया। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री सुरेंद्र सदाफल ने आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से चलाई जा रही सेवाओं की जानकारी दी तथा उपस्थित लोगों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। पर्यवेक्षक महिला एवं बाल विकास श्रीमती आशा सिंह ने भी सम्पूर्ण टीकाकरण एवं पूरक पोषण आहार की महत्ता पर प्रकाश डालते हुये ग्रामीणो से संवाद किया। इस दो दिवसीय जागरूकता प्रचार कार्यक्रम के दौरान नवचेतना समिति अनूपपुर के कलाकारों द्वारा शिक्षा प्रद गीतों एव नाटको की प्रस्तुति देकर ग्रामीणो को स्वस्थ्य रहने हेतु आवश्यक सावधानी के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय बालाघाट के श्री बी.एस.ध्रुव और मंडला के श्री संदीप चौकसे ने संयुक्त रूप से किया इस दौरान चित्र प्रदर्शनी के रूप में लोगो को संदेश दिया गया।