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आयुक्त भू अभिलेख द्वारा क्षेत्र का भ्रमण

श्योपुर : राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में श्योपुर जिले में कृषकों को हुए फसल नुकसान एवं अन्य समस्याओं के आंकलन एवं निराकरण के लिए श्योपुर जिले के भ्रमण पर आए आयुक्त भू अभिलेख श्री राजीव रंजन द्वारा आज श्योपुर तहसील के ग्राम अजापुरा, चन्द्रपुरा एवं पाण्डोला में किसानो एवं ग्रामीणो से चर्चा की गई। इस अवसर पर कलेक्टर श्री पीएल सोलंकी, पुलिस अधीक्षक श्री एसके पाण्डे सहित अन्य विभागो के अधिकारी उपस्थित थे।
आयुक्त भू अभिलेख श्री राजीव रंजन ने ग्राम अजापुरा, चन्द्रपुरा एवं पाण्डोला में ग्रामीणो से चर्चा करते हुए अल्प वर्षा के कारण फसलो में हुए नुकसान का आंकलन किया तथा रवी फसल की तैयारियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने किसानो को अवगत कराया कि सोसाईटी के माध्यम से खाद एवं बीज तथा अन्य ऋण की वसूली पर सरकार द्वारा रोक लगा दी गई है तथा 3 वर्ष की अवधि ऋण जमा करने हेतु बढाई गई है। इस अवधि का ब्याज भी शासन द्वारा जमा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में राजस्व विभाग द्वारा फसलों में नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे सूची को ग्राम पंचायत के सूचना पटल पर प्रदर्शित किया जाएगा। यदि किसी कृषक का नाम छूट जाए तो वह आपत्ति कर अपना नाम जुड़वा सकते है सर्वे के आधार पर मुआवजा राशि का वितरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन किसानो ने सोसाईटी एवं बैंक से केसीसी अथवा अन्य लोन लिया है तो नियमानुसार उनका फसल बीमा भी होना चाहिए। अतः ऐसे किसानो को बीमा राशि भी प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि जिले में क्रॉप कटिंग कराई गई है जिस आधार पर अजापुरा में सोयाबीन की फसल में प्रति हेक्टेयर 8 क्विंटल का औसत उत्पादन रहा है जो सामान्य उत्पादन से 50 प्रतिशत कम है उन्होंने बताया कि आदिवासी विकास खण्ड कराहल में भी फसलो में क्षति सर्वे रिपोर्ट के अनुसार 50 प्रतिशत से अधिक आई है। अतः किसानो को नियमानुसार मुआवजा राशि का भुगतान किया जाएगा।
आयुक्त भू अभिलेख श्री रंजन ने इस दौरान रवी फसल के लिए सिंचाई की व्यवस्था एवं खाद बीज की उपलब्धता पर भी विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर कलेक्टर श्री पीएल सोलंकी ने अवगत कराया कि जिले में क्रोप कटिंग कर नमूने प्राप्त किए गए है तथा फसल क्षति का सर्वे कराया जा रहा है। किसानो को सोसाईटी से ओवर ड्यू होने के बाद भी बाजार से सस्ते दामो में खाद एवं बीज नगद राशि से प्राप्त करने की व्यवस्था की गई है। पिछली ऋण वसूली पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि जिले में चंबल एवं आवदा नहर से सिंचाई की उपलब्धता रहेंगी। तथा कराहल क्षेत्र में कृषको के समूह बनाकर ट्यूबवेल आदि के माध्यम से सिंचाई की व्यवस्था की जा रही है। इसी प्रकार जिले में पेयजल उपलब्धता के प्रबंध किए जा रहे है।
आयुक्त भू अभिलेख श्री रंजन द्वारा इसके पूर्व विकासखण्ड कराहल के मोरावन, सेसईपुरा, गोरस एवं पिपरानी में भी ग्रामीणो एवं किसानो से चर्चा कर कृषि के साथ-साथ स्वास्थ्य, शिक्षा, उचित मूल्य दुकान से खाद्यान का वितरण, पेयजल, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मनरेगा अंतर्गत ग्राम रोजगार की उपलब्धता के संबंध में भी जानकारी हासिल की गई।

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