गुलाब सागर बांध की ऊंचाई बढ़ाए जाने से डूब में आने वाले किसानों की बैठक ग्राम छुही में टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी की उपस्थिति में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता ग्राम पंचायत सेंधवा की सरपंच कुसुम कली सिंह जो स्वतः डूब प्रभावित किसान हैं ने की। बैठक में आदिवासी महासभा के कामरेड बलराज सिंह विशेष रुप से उपस्थित रहे। बैठक में चर्चा के दौरान किसानो ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि गुलाब सागर बांध हम गरीब किसानों जो अधिकतर आदिवासी समाज के हैं के लिए आपदा बन चुका है पहले बांध के निर्माण के समय हमारी जमीनों का अधिग्रहण मात्र ₹3000 प्रति एकड़ की दर से किया गया तथा हमारे मकान एवं अन्य परिसंपत्तियों के मुआवजे का भुगतान आजतक नहीं हुआ तथा हमारी जो जमीने चारों तरफ से बांध के पानी से घिरी हैं उनमें हम काश्तकारी नहीं कर पा रहे हैं उनका भी मुआवजा नहीं दिया गया है। अब बांध की ऊंचाई बढ़ा देने से हमारी जमीने डूब रही हैं पेंड, मेड, मकान, कूप डूब में आ रहे हैं। कर्मचारियों द्वारा हम किसानो के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है हम किसानों से सिंचाई का कर भी लिया जा रहा है लेकिन मुआवजा आसिंचित जमीन दर्शाकर बनाया गया है साथ ही हमारी भूमि में स्थित परिसंपत्तियों का मुआवजा भी नहीं दिया जा रहा है इसी तरह शासकीय भूमि में आबाद गरीबों को भी उनके मकान आदि का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। अपने साथ हो रहे अन्याय की शिकायत हम किसानों द्वारा सांसद-विधायक, मुख्यमंत्री, ऑनलाइन, कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी सभी से की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं किए जाने के कारण न्याय हेतु टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के नेतृत्व में संघर्ष का हम सब किसान संकल्प करते हैं। संघर्ष की पहली कड़ी में 8 जनवरी 2018 को ग्राम छुही से "किसान सुरक्षा पदयात्रा" कर के एसडीएम कार्यालय मझौली में धरना दिया जाएगा। बैठक में रामनरेश कुशवाहा, श्रीपाल सिंह, दिनेश यादव, नंदन बैगा, शिवकुमार सिंह, अजमेर सिंह, जगजीवन लाल बढ़ई, महिपाल बैगा, हीरा बैगा, सुनीता सिंह, श्यामवती सिंह, सीता कुमारी सिंह, बैजनाथ सिंह, श्यामलाल सिंह, वीरभान सिंह, रामनाथ बैगा, राम लाल कोल, ददई बैगा, ओमप्रकाश वैश्य, बैजनाथ बैश, बृजभूषण बैस, राम प्रकाश वैश्य, कुंजल सिंह, जगजीवन विश्वकर्मा लोग मौजूद रहे |