- नई शिक्षा नीति पर हुयी परिचर्चा सीधी। कल बुधवार को शासकीय कन्या महाविद्यालय के सभागार में उच्च शिक्षा विभाग के आदेशानुसार नई शिक्षा नीति पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जहां कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में चन्द्रशेखर सिंह उपाध्यक्ष जपं सीधी रहे व अध्यक्ष डाॅ. आशा गुप्ता प्राचार्य शा. कन्या महाविद्यालय सीधी रहीं। वहीं विशिष्ट अतिथि श्रीमती सोनिया गुप्ता पार्षद नपा सीधी तथा डाॅ. डी.एस. तिवारी प्राचार्य शा. संजयगांधी महाविद्यालय उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि कल बुधवार को कार्यशाला के शुभारंभ में सर्वप्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया गया तथा छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया तथा वक्ताओं द्वारा अपने-अपने विचार रखे गए। जिसमें कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चन्द्रशेखर सिंह द्वारा अपने वक्तव्य में बताया गया कि शिक्षा के लिए अनुशासन आवश्यक है एकलव्य एवं अब्राहम लिंकन का उदाहरण देकर उन्होने सभी को अध्ययन के लिए प्रेरित करने की बात कही। वहीं अध्यक्षीय उद्बोधन में डाॅ. आशा गुप्ता प्राचार्य ने कहा कि महाविद्यालयों में गुणवत्ता में विकास हेतु समुचित संसाधन की आवश्यकता है कौशल विकास के माध्यम से छात्र आत्मनिर्भर हो सकते हैं उन्होने विभिन्न महापुरूषों के उदाहरण के माध्यम से शिक्षा की महानता को प्रतिपादित किया। प्राचार्य सं.गां.महावि डाॅ. डी.एस. तिवारी ने शासकीय महाविद्यालयों को बेहतर बनाने के लिए समुचित संसाधन की आवश्यकता एवं समाज से जोड़ने के लिए युवाओं को गांव जाकर समस्याओं के आधार पर योजना पर कार्य करना बताया। डाॅ. महेन्द्र सिंह कृषि वैज्ञानिक ने कहा कि ज्ञान ही शक्ति है केवल पुस्तकीय ज्ञान मात्र शिक्षा का उद्देश्य नहीं है आत्मनिर्भरता भी है। वहीं एन.के.द्विवेदी बीईओ ने कहा कि विद्यार्थी में अनुशासन अनिवार्य है अपने दायित्वों का समुचित निर्वहन करना ही सच्ची शिक्षा है। उधर डाॅ. अनिल कुमार सिंह प्राध्यापक अंग्रेजी ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज समग्र शिक्षा की आवश्यकता है आत्मा का उन्नयन एवं सत्य को प्रकट कर कर्तव्यों का निर्वहन ही शिक्षा है मात्र धन का अर्जन करना शिक्षा नहीं है। वहीं डाॅ. आर.एल शर्मा प्राध्यापक हिन्दी द्वारा विद्या सः विमुक्तये के उदाहरण से ज्ञान को परिभाषित किया गया व श्रीमती सोनिया गुप्ता पार्षद ने कहा कि समाज के उत्थान हेतु उच्च शिक्षा की आवश्यकता है। कार्यक्रम में संयोजक डाॅ. सुषमा श्रीवास्तव, प्रो.ओ.पी. नामदेव, महाविद्यालयीन कर्मचारी व छात्राएं उपस्थित रही। वहीं कार्यक्रम का संचालन डाॅ. एस.बी. सिंह सहा.प्राध्यापक द्वारा किया गया।