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Home मध्य प्रदेश कम सिंचाई में पकने वाली फसलों को प्रोत्साहित किया जाए-श्रीमती नायक

कम सिंचाई में पकने वाली फसलों को प्रोत्साहित किया जाए-श्रीमती नायक

नीमच : तालाबों, जलाशयो सिंचाई स्त्रोतों में उपलब्ध जल क्षमता को दृष्टिगत् रखते जल उपभोक्ता संस्थाएं किसानों को कम पानी में अच्छी उपज देने वाली फसलें बोने के लिए प्रेरित करें। जिन जलाशयों में जल भराव कम हुआ है वहां किसान चना, सरसों या अन्य ऐसी फसलें बोए जिसमें एक या दो सिंचाई में फसल पक जाती है। यह बात अपरकलेक्टर श्रीमती प्रीतिमैथिल नायक ने गुरूवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में आयोजित जिलास्तरीय जल उपयोगिता समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए कही। बैठक में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री बी.एल.कोचले, कार्यपालनयंत्री जल संसाधन श्री पी.एन.जमीदार जिले की सभी जल उपभोक्ता संस्थाओं के अध्यक्ष एवं सचिव उपस्थित थे।
बैठक मे बताया गया कि जिले में कुल 56 सिंचाई योजनाएं है। इनमें 25 सितम्बर तक कुल 2539.84 मिलीयन घनफीट जल भराव हुआ है। जो, कि जल भराव क्षमता का 87 प्रतिशत है। इस वर्ष रबी में 15 हजार 109 हैक्टेयर में सिंचाई प्रस्तावित है। बैठक में बताया गया कि मोरवन बांध से पेयजल हेतु 3.70 मिलीयन घनमीटर, चम्बलेश्वर से 2.38 मिलीयन घनमीटर एवं ठिकरिया तालाब से 5.20 मिलीयन घनमीटर पानी आरक्षित रखा जाएगा। बैठक में जल संसाधन कार्यपालन यंत्री ने बताया कि नगर पंचायत रामपुरा से 6.28 लाख रूपये,जावद से 3.08 लाख रूपये, ग्रामपंचायत देवरान से 40 हजार रूपये, जमुनियाकला-जमुनियाखुर्द एवं ग्राम पंचायत चम्पी से प्रत्येक से चार हजार सात सौ पच्चीस रूपये की पेयजल की राशि जल संसाधन विभाग को लेना है। अपर कलेक्टर ने संबंधितों को पेयजल की राशि जमा कराने के निर्देश दिए।
बैठक में खानेखेडी उद्वहन सिंचाई योजना के अध्यक्ष ने चालू माह का अग्रिम बिल राशि लेकर विद्युत कनेक्शन चालू करवाने, आंत्रीमाता संस्था के अध्यक्ष ने दो लाख जमा कर कनेक्शन चालू करवाने का आगृह किया। इस पर विद्युत मण्डल कार्यपालन यंत्री से कार्यवाही कर योजनाओं के लिए विद्युत संयोजन चालू करवाने के निर्देश दिए। मोरवन संस्था के अध्यक्ष ने नहरों के संधारण के लिए राशि कम मिलने की बात कही। इस पर राशि बढाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए। बैठक में जल उपभोक्ताओं के अध्यक्षों ने भी अपनी समस्याएं प्रस्तुत की। जिनका समाधान करने के निर्देश जल संसाधन कार्यपालन यंत्री को दिए गए।

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