भोपाल(ई न्यूज एमपी) नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा में महिलाओं पर बढ़ रहे अपराध पर विधानसभा में चर्चा करवाने से क्यों कतरा रहे हैं? श्री सिंह ने आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष सरकार के दबाव में हैं। उन्होंने कहा कि आज यह विधानसभा के इतिहास में काले दिन के रूप में याद किया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि कांग्रेस विधायक दल ने भोपाल में छात्रा के साथ हुए सामूहिक गैंगरेप की घटना और निरंतर महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध सहित, किसान, भावांतर, सूखा, चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्थाऐं, कुपोषण, बेरोजगारी, व्यापम महाघोटाले में मुख्यमंत्री की भूमिका, नीट और पीएससी भर्ती में घोटाले आदि को लेकर महत्वपूर्ण विषयों पर सदन में चर्चा की मांग की है और इसके लिए स्थगन, ध्यानाकर्षण और अन्य नियम प्रक्रियाओं में चर्चा करने के लिए विषय लगाए हैं, लेकिन सदन के शुरू दिन से सरकार का रवैया सभी चर्चाओं से भागने का रहा है। सरकार का विधानसभा अध्यक्ष पर इतना दबाव है कि वे महिलाओं के स्थगन सहित किसी भी मुददे पर चर्चा नहीं करवाना चाहते। उन्होंने कहा कि सरकार और विधानसभा का यह रवैया बेहद अलोकतांत्रिक और सदन में खासतौर विपक्ष के अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि 12 साल के जश्न में मुख्यमंत्री सदन की मर्यादाओं को ताक में रखे हुए हैं। उन्होंने पहले दिन से ही सदन से दूरी बनाए रखी है। नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज के 12 साल पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस प्रदेश में लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था जनता के अधिकारों के मंदिर में अगर उनकी समस्याओं पर चर्चा नहीं हो पा रही है तो यह 12 साल बेमिसाल नहीं बल्कि 12 साल शर्मनाक है। श्री सिंह ने कहा कि किसान, महिलाए, युवा सब परेशान विपक्ष के अधिकारों का हनन और फिर भी 12 साल बेमिसाल। श्री सिंह ने कहा कि यह घटनाएं शिवराज सरकार के उल्टे दिन की शुरूआत के हैं।