सतना(ईन्यूज़ एमपी)-अजय सिंह के लिये प्रतिष्ठा बनी चित्रकूट विधानसभा आखिर कार कांग्रेस ने जीत ली है। इस जीत का सारा श्रेय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह को दे रहे हैं। आपको बता दें इस चुनाव में अजय सिंह ने अपनी जी जान लगा दी थी जिसका परिणाम कांग्रेस के पक्ष में ही आया। चित्रकूट विधानसभा उपचुनाव की गिनती पूरी हो गई है। कांग्रेस कैंडिडेट नीलांशु चतुर्वेदी 19 राउंड की गिनती के बाद 14,333 वोटों से जीत गए। बीजेपी ने पहले राउंड में ही बढ़त बनाई थी। उसके बाद हर राउंड में पिछड़ती चली गई। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान ने हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा कि इन नतीजों की समीक्षा की जाएगी। चौहान बोले कि कांग्रेस को परंपरागत सीट होने का फायदा मिला और हम जनादेश को स्वीकार करते हैं। बता दें यह सीट कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह के निधन के बाद खाली हुई थी। चुनाव आयोग के मुताबिक, वोटों की गिनती शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में चल हुई। इस काम को करीब 70 कर्मचारियों ने किया। चित्रकूट में एक लाख 98 हजार 122 मतदाता हैं। इनमें एक लाख छह हजार 390 पुरुष, 91 हजार 730 महिला और दो थर्ड जेंडर शामिल हैं। यहां 9 नवंबर को वोटिंग हुई थी। करीब 65.07% लोगों ने अपने वोट का इस्तेमाल किया था। उपचुनाव में 9 निर्दलीय समेत 12 कैंडिडेट ने चुनाव लड़ा।मुख्य मुकाबला बीजेपी के शंकरदयाल त्रिपाठी और कांग्रेस के नीलांशु चतुर्वेदी के बीच था। इससे पहले दोनों पार्टियों ने इस चुनाव को जीतने के लिए जोर लगा दिया था। बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आखिरी वक्त में प्रचार की कमान संभाली थी। यहां उन्होंने कई संभाएं और रोड शो किए थे। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान समेत कई मंत्रियों ने रैलियां की थीं। कांग्रेस की ओर से यहां पूर्व केंद्रीय मंत्रियों कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सभाएं की थीं। ये सीट नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के लिए प्रतिष्ठा बन गई थी, इसलिए उन्होंने यहां काफी वक्त दिया। इसलिए इस सीट पर जीत का सारा श्रेय नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को जाता है। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने भी यहां प्रचार किया था।