दमोह : वन्य-प्राणी सप्ताह समापन समारोह में वन्य-प्राणी संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 11 अधिकारी-कर्मचारी को राज्य शासन द्वारा पुरस्कृत किया। विभिन्न श्रेणी में विजेताओं को 50 हजार पुरस्कार राशि का चेक और प्रशस्ति-पत्र दिया गया। वन मण्डलाधिकारी रविकांत शर्मा को कूनो अभयारण्य क्षेत्र में 2014-15 में वन्य-प्राणियों की प्रकृति एवं आवास के आधार पर वर्गीकरण करने, अनुपयोगी खरपतवार का गहराई से उन्मूलन कर उपयुक्त घास प्रजातियों का मैदान विकसित करने के लिये पुरस्कृत किया गया। वन्य-प्राणी प्रबंधन पर नवाचार के लिये उन्हें उप वन मण्डलाधिकारी श्री जगन्नाथ प्रसाद शर्मा के साथ संयुक्त रूप से 50 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया। श्रेणी-2 में वन क्षेत्रपाल नितिन निगम छिन्दवाड़ा को वन्य-प्राणी पेंगोलिन का अवैध तरीके से शिकार करने वाले 7 राज्य के अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत करने के लिये 50 हजार रुपये का पुरस्कार और प्रशस्ति-पत्र दिया गया। श्रेणी-3 में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व होशंगाबाद के चूडा़मणि मिश्रा को मगरमच्छ, अजगर और 9 फीट लम्बे घोड़ापछाड़ सांप को बचाने में अदम्य साहस का परिचय देने और पन्ना टाइगर रिजर्व के वन-रक्षक श्री रम्मू अहिरवार को बाघ पुनःस्थापना में किये गये कार्यों और बाघ-शावकों को शिकार का प्रशिक्षण देने के लिये पुरस्कृत किया गया। वन-रक्षक बड़वाह विश्वनाथ तिवारी और शोएब खान को चिंकारा शिकार अपराधियों को गिरफ्तार करवाने, वन-रक्षक सिवनी मुकेश तिवारी और अर्पित मिश्रा को चीता, रीछ, दो तेंदुआ, तीन कोबरा सर्प को रेस्क्यू करने पर सम्मानित किया गया। सहायक वन संरक्षक रितेश सिरोठिया और सियासरण मिश्रा को पारधी बच्चों के लिये किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिये डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ. इण्डिया की तरफ से सम्मानित किया गया।