गुना(ईन्यूज़ एमपी)- कलेक्टर राजेश जैन ने किसानों को उपज की बिक्री एवं भुगतान के सम्बन्ध में मंडी व्यापारियों समेत बैंकर्स को आवश्यक निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने जिला स्तरीय सलाहकार एवं समीक्षा समिति की विशेष बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि शासन की मंशा है कि अगर किसान पचास हजार रूपये तक का अनाज बेचते हैं, तो सारी राशि का भुगतान उनको नगद किया जाए। अगर पचास हजार रूपये से ज्यादा का अनाज बेचते हैं, तो पचास हजार रूपये तक की राशि नगद भुगतान की जाएगी और शेष राशि का भुगतान आर.टी.जी.एस. के माध्यम से उनके बैंक खाते में किया जाएगा, जहां से वह अपनी राशि निकाल सकेंगे। इसमें किसी भी तरह का चार्ज नहीं लगता। कलेक्टर ने कहा कि बैंक खाते से नगद निकासी में व्यापारी पर निकासी की सीमा का कोई प्रतिबंध नहीं है। किसी भी मंडी व्यापारी द्वारा पचास हजार रूपये तक का दिन भर में कितने भी किसानों को नगदी में भुगतान किया जा सकता है। किसान को पचास हजार रूपये तक की नगद राशि प्राप्त करने में कोई आयकर कानूनों में बाधा उत्पन्न नहीं होती है। कलेक्टर ने कहा कि बैंकों के पास नगदी की कोई कमी नहीं है। किसानों को उनकी उपज का पचास हजार रूपये तक का नगद भुगतान किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि यदि दो किसान दो ट्रालियों में उपज ला रहे हैं, तो दो व्यक्ति माने जाएंगे और यदि एक किसान ला रहा है, तो एक व्यक्ति माना जाएगा। कलेक्टर ने बैंकर्स को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि मंडी व्यापारियों को नगदी के मामले में किसी तरह की परेशानी ना होने पाए। बैंकर्स ने भरोसा दिलाया कि नगदी के मामले में व्यापारियों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। कलेक्टर ने मंडी व्यापारियों से आग्रह किया है कि वे किसानों को उनके द्वारा विक्रय किए गए कृषि उत्पाद पर पचास हजार रूपये तक का नगद भुगतान बिना किसी संकोच के करें। भारतीय स्टेट बैंक गुना के क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं में नगदी की कमी नहीं है। मंडी व्यापारियों ने किसानों को नगदी भुगतान के लिए कलेक्टर एवं मंडी सचिव की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करने का भरोसा दिलाया। कलेक्टर ने मंडी व्यापारियों को आश्वस्त किया कि मंडी में उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंडी व्यापारियों एवं किसानों की सुविधा के लिए गुना मंडी के नजदीक शीघ्र भारतीय स्टेट बैंक की शाखा खोली जाएगी और ए.टी.एम. भी लगवाया जाएगा।