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प्रदेश का एक ऐसा सीईओ जिसने मातहत को माना अपना परिवार

सीधी ( ईन्यूज एमपी ) जनपद पंचायत रामपुरनैकिन के सीईओ ज्ञानेंद्र मिश्र को डबरा के लिये भारमुक्त कर दिया गया है । स्थानांतरित सीईओ श्री मिश्र को मातहतों द्वारा उनके सम्मान में विदाई समारोह आयोजित कर भावभीनी विदाई दी गई ।
बतादें कि पांच साल पहले पीएससी के कम्पटीशन में सफल रहे ज्ञानेन्द्र को राज्य सरकार द्वारा रामपुरनैकिन में बतौर सीईओ नियुक्त किया गया था , परवीक्षा अबधि से लेकर दक्षता तक का सफर कांटो भरा ताज था फिर भी रामपुरनैकिन के इतिहास में ज्ञानेन्द्र शायद पहले सीईओ होंगे जो निर्विवाद हैं ।
सामान्य परिवार से तालुकात रखने वाले ज्ञानेन्द्र कालेज से निकलकर सीधे अपने मिशन पर डंटे रहे और संयोग ही कहें कि वे पीएससी की परीक्षा में सफलता हांसिल कर सीईओ की कुर्सी में विराजमान हो गये । सन 2012 में पदभार ग्रहण कर जब शासकीय सेबा का सफर शुरू हुआ तो स्पस्ट बचपना थी लेकिन रामपुर नैकिन जैसे क्षेत्र में पांच सांलो तक निरंतर सेबा करना टेढी खीर से कम नही था फिर भी वे एक कुशल प्रशासक रहे है ।

उल्लेखनीय है कि रामपुरनैकिन उनके जीवन का अनूठा स्थान होगा जिसे भुलाया नही जा सकता चूंकि यह वह स्थान है जिन्हें जीवन के तीन सुखद आयाम हांसिल हुये हैं । रामपुरनैकिन जैसे क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों से सेवारत रहे श्री मिश्र का मातहत चाहे वह सचिव हो चाहे जीआरयस या कार्यालयीन स्टाप परिवार से कम नही था जिनके साथ दिन रात एक करके जुलानिया मिशन में लीन रहते थे ।

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