भोपाल(ईन्यूज़ एमपी)- नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के सत्ता और संगठन में चल रहे भ्रष्टाचार और घोटालों का खुलासा करने और इसकी जानकारी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को देने के लिए समय मांगा था। श्री सिंह ने कहा कि जब मैंने पिछले दिनों समाचार पत्रों में उनका एक संवेदनहीन बयान देखा। जो उन्होंने गोरखपुर के एक अस्पताल में ऑक्सीजन न मिलने पर 64 बच्चों की मृत्यु पर दिया। इस बयान में उन्होंने कहा था कि "इतने बड़े देश में ऐसे हादसे होते रहते हैं" साथ में उन्होंने जोड़ा कि विपक्ष तो इस्तीफा मांगते रहता है। श्री सिंह ने कहा कि इसके बाद मैंने तय किया कि ऐसे संवेदनहीन और विपक्ष के प्रति असम्मान का भाव रखने वाले व्यक्ति से मिलने का कोई औचित्य नहीं है। नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि एक सत्तारूढ़ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष 64 मासूम बच्चों की जिसे मैं हत्या मानता हॅू उसके बारे में यह टिप्पणी करें इसे मैं संवेदनहीनता की पराकाष्ठा मानता हूँ। श्री सिंह ने कहा कि इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय जनता पार्टी और उसकी सरकार का जनता की समस्याओं उसकी परेशानी से उसका कोई सरोकार नहीं है। श्री सिंह ने कहा कि इसी तरह उनका यह कहना कि "कांग्रेस का काम ही है इस्तीफा मांगना" बताता है कि वे कितने अलोकतांत्रिक हैं और विपक्ष के प्रति उनके क्या भाव है। श्री सिंह ने कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा अध्यक्ष यह भूल गये कि वे भी 60 से अधिक वर्षों तक विपक्ष में रहे क्या उस समय भी उनका काम सिर्फ इस्तीफा ही मांगना नहीं था। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऐसे पार्टी के अध्यक्ष से मिलने का जो समय उन्होंने मांगा था लगता है वह उचित नहीं था। इसलिए मैंने निर्णय लिया है कि वे समय मिलने पर भी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने नहीं जाएंगे।