भोपाल(ईन्यूज़ एमपी)- नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश को शांति के टापू बताने का दावा करने वाली सरकार जवाब दें कि हमारे प्रदेश में ही सिमी आंतकवादी, खालिस्तानी आंतकवादी और आईएसआई के एजेंट क्यों पनाह पाते हैं | श्री सिंह ने आरोप लगाया कि यह इस बात का द्योतक है कि प्रदेश में प्रशासनिक ताना-बाना छिन्न भिन्न है, जिसका फायदा उठाकर देशद्रोही और अपराधी मध्यप्रदेश को शरणस्थली बनाए हुए हैं।नेता प्रतिपक्ष श्री सिंह ने कहा कि कल रात ग्वालियर में गिरफ्तार हुए खालिस्तानी आंतकवादी एक गंभीर घटना है, उन्होंने कहा कि आज प्रदेश यहां के रहवासियों के लिए नहीं बल्कि आंतकवादियों और अपराधियों के लिए शांति का टापू बन गया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इसमें गौर करने वाला पहलू यह है कि इन आंतकवादियों की कोई जानकारी प्रदेश के पुलिस तंत्र को नहीं थी। यह आंतकवादी पंजाब पुलिस ने अपनी जानकारी के आधार पर उन्हें स्वयं गिरफ्तार किया हैं। यह मध्यप्रदेश सरकार की गंभीर चूक और अक्षमता का परिणाम है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि इसका मूल कारण है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे प्रशासनिक अमले को अभियान यात्राओं, उत्सवों और समारोह में झोंक रखा है। इसके कारण कानून व्यवस्था बनाने और अन्य प्रशासनिक मजबूती के लिए होने वाले कार्य ठप्प पड़े हैं। श्री सिंह ने कहा कि सिमी आंतकवादी भी प्रदेश में पनपते हैं सरकार उन्हें बंद करती है। वे जेल तोड़कर भाग जाते है। इसी प्रकार आईएसआई के एजेंट भी प्रदेश में पकड़े गए। इसमें सबसे गंभीर यह था कि भाजपा के लोग भी देश के विरूद्ध जासूसी करने वाली इस एजेंसी के एजेंट थे। उन्होंने आरोप लगाया कि लगता है कि इन ताकतों को सरकार और उसके संगठन का संरक्षण मिल रहा है।